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किसान दिवस
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
किसान दिवस की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने की। बैठक में पिछले किसान दिवस पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की गई और जिन शिकायतों का निस्तारण नहीं हुआ था, उन्हें तत्काल सुलझाने के निर्देश दिए गए।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
जिलाधिकारी ने कहा कि किसान दिवस में संबंधित हर अधिकारी की उपस्थिति अनिवार्य है। बिना पूर्व अनुमति अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना था कि किसान दिवस का उद्देश्य केवल शिकायत दर्ज करना नहीं बल्कि गुणवत्तापूर्ण समाधान सुनिश्चित करना है।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिकायतों का निस्तारण करने के बाद उसकी आख्या और संबंधित फोटोग्राफ उप कृषि निदेशक कार्यालय में अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएँ।
किसानों की विभिन्न समस्याएं
बैठक में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों और किसानों ने अपनी-अपनी समस्याएँ रखीं। इनमें बिजली आपूर्ति, सिंचाई, गन्ना भुगतान, सड़कों की मरम्मत और जल निकासी जैसी समस्याएँ प्रमुख रहीं।जिलाधिकारी ने सभी मुद्दों पर बिंदुवार चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की समस्याओं का समाधान समय पर और प्रभावी ढंग से किया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल, सिटी मजिस्ट्रेट संतोष कुमार उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी विवेक मिश्र, उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्र, विद्युत, सिंचाई, गन्ना, लोक निर्माण, जल निगम, मण्डी समिति और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।
समस्याएं गंभीर
किसान दिवस में दर्जनों से अधिक किसान शामिल हुए। इस दौरान किसानों ने खुलकर अपनी बातें रखीं और प्रशासन से बेहतर समाधान की अपेक्षा जताई।यह बैठक इस बात का उदाहरण रही कि किसानों की समस्याओं को सुनने और उन्हें प्राथमिकता देने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। किसान दिवस जैसे कार्यक्रम किसानों और प्रशासन के बीच सेतु का कार्य कर रहे हैं, जिससे समस्याएँ सीधे जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुँचती हैं और उनके निस्तारण की प्रक्रिया तेज होती है।