Advertisment

Kisan Protest: हाईवे-संस्थानों के नाम पर जमीन ले रही, किसानों को उचित मुआवजा नहीं दे रही सरकार-राकेश टिकैत

देश भर में सरकार संस्थान और हाईवे निर्माण के नाम पर किसानों से जमीन तो ले रही है, मगर उसका उचित मुआवजा नहीं दे रही। किसानों को उनकी फसल का उचित दाम और गन्ने का भुगतान भी अटका है।

author-image
Rahul Sharma
GZB rakesh tiket-4

गाजियाबाद के दिल्ली से सटे मंडोला लोनी में महापंचायत को संबोधित करते भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत।

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता।

Advertisment

यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में किसानों से हाईवे और राष्ट्र हित में संस्थानों के निर्माण के लिए जमीन लेने का सिलसिला सरकार की तरफ से चल रहा है। लेकिन किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा। किसानों के गन्ने सहित फसलों की कीमत भी उनकी लागत और मेहन के मुताबिक नहीं दी जा रही है। लिहाजा किसान को जरूरत है कि किसान खेती पर अपने खर्च कम करें और अपनी सहूलियत के हिसाब से फसल बोएं। ताकि सरकार और खरीददार उनके हिसाब फसल की कीमत दें। ये कहना था भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का।

दिल्ली से सटे लोनी में टिकैत की महापंचायत

GZB rakesh tiket-3
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मंडोला लोनी में महापंचायत में मौजूद किसान।
Advertisment

 

रविवार को लोनी के मंडोला विहार में किसानों की महापंचायत हुई। इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि केएमपी के लिए जमीन देने वाले किसान 2016 से अधिग्रहण की लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रशासन और सरकार बात करने को तैयार नहीं है। अधिग्रहण के बाद तय दस प्रतिशत भूखंडों का बैनामा किसानों को नहीं किया गया है। इसको लेकर मंडोला में महापंचायत बुलाई गई थी।
महापंचायत में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि नियम है कि अगर फूस की दीवार भी है तो उसका अधिग्रहण नहीं होना चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो आंदोलन और सख्त होगा। आज की बैठक केएमपी से अंदर की ओर हुई है। अब जब भी दिल्ली का आंदोलन होगा, वह केएमपी के गेट पर होगा। दिल्ली को इसकी जरिए चारों तरफ से घेरा जाएगा। जहां-जहां भी केएमपी के गेट होंगे, वहां के अध्यक्ष इसकी जिम्मेदारी लेंगे। एक बड़ी लड़ाई की तैयारी होगी। दिल्ली अब घिरेगी तो इसी केएमपी से घिरेगी।
उन्होंने कहा कि ये लोग (किसान) 2016 से बैठे हैं। यहां काम रुकवाने पड़ेंगे। यमुना प्राधिकरण और लखनऊ प्राधिकरण से जो लोग लड़ रहे हैं, उन्हें यहां भेजेंगे। भूमि अधिग्रहण में जो नोएडा के किसानों को मिल रहा, वही यहां पर दिया जाए। केएमपी के आसपास के जिलों में भूमि अधिग्रहण के आंदोलन करेंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने गन्ना का पिछला बकाया भुगतान नहीं किया। फसल बोने से पहले भुगतान मिलना चाहिए था। गन्ने का दाम भी नहीं बढ़ाया है। यह किसानों के साथ धोखा किया है। फसल बोने से पहले फसल के दाम तय हो जाने चाहिए। उन्होंने किसानों ने अपील करते हुए कहा कि फसल की लागत थोड़ी कम कर लो। फसल की पैदावार कम हो ताकि सरकार और गन्ना मिल वाले आएं कि गन्ना की पैदावार कर दो। उन्होंने कहा कि एक दिन देश में एग्रीकल्चर (खेती-किसानी) हड़ताल भी होगी।

टिकैत ने चेतावनी भी दी

Advertisment
GZB rakesh tiket-1
मंच पर किसान नेताओं के साथ हुंकार भरते राकेश टिकैत।

 

अपने मुद्दों के लेकर किसान फिर से मोर्चा खोलने वाले हैं। अब वे दिल्ली को केएमपी के जरिए चारों तरफ से घेरेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इसकी घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि देश में एक दिन खेती की हड़ताल होगी, तभी फसल की असल कीमत मिलेगी। अपने मुद्दों के लेकर किसान फिर से मोर्चा खोलने वाले हैं। अब वे दिल्ली को केएमपी के जरिए चारों तरफ से घेरेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि देश में एक दिन खेती की हड़ताल होगी, तभी फसल की असल कीमत मिलेगी। किसान अब लंबी लडाई लड़ने की तैयारी में है।

Advertisment

केएमपी बोले तो दिल्ली का फेरा

कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे (केएमपी एक्सप्रेसवे) हरियाणा में बना एक एक्सप्रेसवे है। यह एक छह लेन हाई स्पीड टोल रोड है। इसे वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है। यह दिल्ली के चारों ओर बनी सबसे बड़ी रिंग रोड है। राकेश टिकैत ने इसी के जरिये निकट भविष्य में सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने का इशारा किया है।

किसानों के लिए भंडारे का भी आयोजन

GZB rakesh tiket-5
किसान महापंचायत के दौरान किसानों के लिए भंडारे की भी व्यवस्था थी। भंडारे का लुत्फ उठाते किसान।

 

राकेश टिकैत को सुनने के लिए किसानों का हज्जुम सुबह से ही इकट्ठा होना शुरू हो गया था। इस आशंका के चलते आयोजकों ने महापंचायत स्थल पर किसानों के लिए भंडारे का आयोजन भी किया, ताकि किसान भूखे न रहें।

ट्वीटर के जरिये राकेश का दर्द

अपने निजी ट्वीटर अकाउंट के जरिये राकेश टिकैत ने गाजियाबाद के मंडोला लोनी की महासभा के कुछ फोटो साझा कर लिखा कि उत्तर प्रदेश के जनपद गाजियाबाद में आयोजित किसान-मजदूर महापंचायत में हिस्सा लिया। देश के खेत कमेरे वर्ग को सम्बोधित किया। संस्थाओं व राष्ट्रीय हाईवे के नाम पर जमीनों का अधिग्रहण देशभर में किया जा रहा है ।लेकिन किसानों को उनकी जमीनों का उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। जाहिर है कि राकेश ने ट्वीटर के जरिये देशभर के किसानों और उनसे जुड़े संगठनों को बड़े आंदोलन के लिए मुद्दा देने का काम किया है।

मोदीनगर में हुआ जोरदार स्वागत

GZB rakesh tiket-6
मोदीनगर के राज चौपला पर राकेश टिकैत का स्वागत करते भाकियू कार्यकर्ता।

 

रविवार को मुजफ्फनगर से गाजियाबाद में एंट्री करते ही मोदीनगर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का जोरदार स्वागत किया गया। लोनी महापंचायत में जाते समय टिकैत का काफिला दोपहर साढ़े 12 बजे राज चौपला पहुंचा। ढोल-नगाड़ों की थाप पर पदाधिकारियों ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। फूलों की वर्षा भी हुई। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र सिंह, जिला महासचिव पप्पी नेहरा, नेपाल सिंह और विरेंद्र त्यागी समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

Advertisment
Advertisment