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विरोध प्रदर्शन करते कर्मचारी
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
आल इण्डिया इंश्योरेंस एम्प्लाॅज एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) गाजियाबाद की तीनों शाखाओं में केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए लेबर कोड के खिलाफ तीखा विरोध-प्रदर्शन किया गया। भोजनावकाश के दौरान कर्मचारियों ने एकजुट होकर सरकार की श्रम नीतियों के विरुद्ध नारेबाजी की और कहा कि ये नए कानून श्रमिकों के अधिकारों को कमजोर करने वाले हैं।
लेबर कोर्ट का विरोध
मेरठ डिवीजन इंश्योरेंस एम्प्लाॅज यूनियन के मंडलीय उपाध्यक्ष संजय कौशिक ने बताया कि सरकार ने अब तक लागू 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर मात्र 4 लेबर कोड लागू किए हैं। ये कोड वर्ष 2019 में ही संसद से पारित हो गए थे, लेकिन छह वर्षों तक इन्हें लागू न करना यह दर्शाता है कि सरकार स्वयं भी इनके परिणामों को लेकर संशय में थी। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि ये कानून इतने श्रमिक हितैषी हैं तो देशभर के कर्मचारी और मजदूर इनके खिलाफ धरना-प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?
जन विरोधी कानून
कौशिक ने आरोप लगाया कि नए लेबर कोड वास्तव में बड़े कारपोरेट घरानों और उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार और मीडिया इन्हें श्रमिकों के हित में बताने की कोशिश कर रहे हैं, ठीक उसी प्रकार जैसे किसानों पर कृषि कानून और व्यापारियों पर जीएसटी थोपा गया था।उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ये कानून वापस नहीं लिए गए, तो भविष्य में श्रमिकों का देशव्यापी आंदोलन खड़ा होगा।
एकजुट दिखे कर्मचारी
कर्मचारियों ने कहा कि नए कोड लागू होने से नौकरी की सुरक्षा घटेगी, काम के घंटे बढ़ेंगे और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। प्रदर्शन में पूनम सिंह, कुंवर कुलदीप सिंह, राकेश सक्सेना, बीएस नेगी, तुषार, उमेश चंद्र जोशी, आयुषी जैन, अंकिता शुक्ला, शिल्पा सिंहल, रुचि शर्मा, स्वाति, विशेष कुमार, विपिन अग्रवाल, राजकुमार, वसीम मलिक, प्रतिभा शर्मा, सक्षम गोयल सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
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