गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। महाराणा प्रताप चौक अवंतिका में स्थित दयानन्द पार्क में महाराणा प्रताप जी की वीरता, आत्मगौरव और बलिदान की गाथाओं से गूंज उठा, जब समस्त अवंतिकावासियों द्वारा उनके जन्मोत्सव पर एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्रेरणात्मक समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, प्रबुद्ध नागरिकों, विद्यार्थियों, महिलाओं एवं युवाओं की बड़ी संख्या में सहभागिता देखी गई।
कार्यक्रम की क्रमबद्ध शुरुआत
समारोह का शुभारंभ प्रातः 08:30 बजे वैदिक हवन से हुआ, जिसमें क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों एवं बच्चों ने भाग लिया। हवन के साथ वातावरण में पवित्रता एवं राष्ट्र चेतना का संचार हुआ। इसके पश्चात 09:00 बजे महाराणा प्रताप चौक पर माल्यार्पण कर वीर शिरोमणि को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। लोगों ने 'राणा प्रताप अमर रहें', 'राष्ट्रगौरव राणा की जय' जैसे उद्घोषों से वातावरण को गूंजायमान कर दिया।
भजन एवं प्रवचन सत्र
प्रातः 09:30 बजे से 12:00 बजे तक टंकी वाला पार्क में भजन व प्रवचन सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें भक्ति, विचार और राष्ट्रप्रेम का त्रिवेणी संगम देखने को मिला। ओजस्वी कवि वागीश दिनकर की कविताओं ने उपस्थित जनसमूह को राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।
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अतिथियों के प्रेरणादायक उद्बोधन
मुख्य अतिथि अतुल गर्ग (सांसद) ने महाराणा प्रताप के बलिदान को याद करते हुए जातिवाद से ऊपर उठकर राष्ट्र के लिए एकजुट होने का संदेश दिया।
अति विशिष्ट अतिथि अजीत पाल त्यागी (विधायक) ने कहा, "महाराणा प्रताप का जीवन संघर्ष और स्वाभिमान का प्रतीक है। हमें उनसे आत्मनिर्भरता और साहस की प्रेरणा लेनी चाहिए।"
स्वामी सदानंद महाराज ने महाराणा प्रताप के जीवन को एक 'जीवित दर्शन' बताते हुए कहा कि हल्दीघाटी की लड़ाई स्वतंत्रता और सम्मान के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक है।
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प्रमुख समाजसेवियों एवं गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर क्षेत्र के विभिन्न प्रतिष्ठित जनों ने भी कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। प्रमुख नामों में श्री मयंक गोयल (महानगर अध्यक्ष, भाजपा), सरदार एस पी सिंह (पूर्व सदस्य - अल्पसंख्यक आयोग), श्री धर्मवीर सिंह (पूर्व जनपद न्यायाधीश), श्री अरविंद गुप्ता (अध्यक्ष, वैश्य समाज) प्रमुख रहे।
आयोजन समिति का संकल्प
समारोह के समापन पर आयोजन समिति ने संकल्प लिया कि:
- प्रत्येक वर्ष महाराणा प्रताप जयंती को इसी भव्यता के साथ मनाया जाएगा।
- स्कूलों, कॉलेजों और समाज के बीच राणा जी के जीवन पर आधारित संगोष्ठियाँ, नाटक और पोस्टर प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी।
- समाज के युवाओं को राष्ट्रभक्ति, इतिहास और सनातन संस्कृति से जोड़ने हेतु ‘राणा प्रेरणा अभियान’ की शुरुआत की जाएगी।
राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन
कार्यक्रम का समापन समूह राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें उपस्थित जनसमूह ने खड़े होकर भारत माता को नमन किया और महाराणा प्रताप जी के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी। समारोह का संचालन भानु प्रताप सिसोदिया ने अत्यंत गरिमामय एवं अनुशासित रूप में किया, जबकि संयोजन ठाकुर राजकुमार सिसोदिया और ठाकुर सत्येन्द्र सिंह बिशेन ने सफलतापूर्वक संपन्न कराया।