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स्वदेशी मेले का उद्घाटन
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
आत्मनिर्भर भारत की भावना को सशक्त करते हुए गाजियाबाद में स्वदेशी मेला प्रदर्शनी का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री (प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट माप) आशीष पटेल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पाद न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि स्थानीय उद्योगों और कारीगरों को भी नए अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि विदेशी वस्तुओं की बजाय देशी उत्पादों का प्रयोग बढ़ाएँ और “वोकल फॉर लोकल” को जीवन का हिस्सा बनाएं।
शानदार आयोजन
मेले के उद्घाटन समारोह में भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी, महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मंदार, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल तथा जिला उद्योग उपनिदेशक श्रीनाथ पासवान, जिला सूचना अधिकारी वाईपी सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और उद्यमियों से उनके उत्पादों व योजनाओं की जानकारी ली।
स्वदेशी सामान
इस प्रदर्शनी में विभिन्न जिलों और राज्यों से आए उद्यमियों ने अपने स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन किया। मेले में हस्तनिर्मित कढ़ाईदार कुर्ते, लाइट एवं घरेलू सजावटी सामान, ऊनी वस्त्र, कॉटन की चादरें, पीतल एवं मिट्टी के बर्तन, हर्बल उत्पाद, हस्तशिल्प वस्तुएं तथा महिलाओं द्वारा बनाए गए कुटीर उद्योग के उत्पाद विशेष आकर्षण का केंद्र बने। खरीदारों ने इन वस्तुओं में गहरी रुचि दिखाई और कई स्टालों पर लंबी भीड़ देखने को मिली। जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित इस मेले का उद्देश्य स्थानीय उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूहों और लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देना है। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की प्रदर्शनियों से ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पादों को शहरी बाजारों में पहचान मिलती है और स्वरोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
मेक इन इंडिया
मेले में बच्चों और युवाओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिससे माहौल उत्सवमय बना रहा। आयोजन समिति ने बताया कि मेला अगले कुछ दिनों तक जनता के लिए खुला रहेगा, ताकि अधिक से अधिक लोग स्वदेशी उत्पादों से जुड़ सकें और भारतीय कारीगरों के हुनर को प्रोत्साहन मिले। गाजियाबाद में आयोजित यह स्वदेशी मेला न केवल व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित हुआ, बल्कि “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” के संकल्प को भी धरातल पर उतारने की दिशा में एक सशक्त कदम बना।