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Meeting : एकेटीयू के वाइस चांसलर से डॉ. अतुल जैन ने की महत्वपूर्ण भेंट

टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस फाउंडेशन ऑफ उत्तर प्रदेश के महासचिव डॉ. अतुल कुमार जैन ने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU), लखनऊ के वाइस चांसलर प्रोफेसर जे.पी. पांडेय से उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उत्तर प्रदेश की तकनीकी

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Syed Ali Mehndi
महत्वपूर्ण मुलाकात

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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

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टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस फाउंडेशन ऑफ उत्तर प्रदेश के महासचिव डॉ. अतुल कुमार जैन ने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU), लखनऊ के वाइस चांसलर प्रोफेसर जे.पी. पांडेय से उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उत्तर प्रदेश की तकनीकी शिक्षा की वर्तमान स्थिति और सुधारात्मक उपायों को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया।

10 जुलाई से आगामी सत्र 

बैठक के दौरान प्रो. पांडेय ने अवगत कराया कि आगामी शैक्षिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया 10 जुलाई 2025 से प्रारंभ की जाएगी और इस बार विश्वविद्यालय का शैक्षणिक सत्र समयबद्ध रूप से प्रारंभ होगा। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय में वर्तमान में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की मान्यता प्राप्त करने की दिशा में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। इस प्रक्रिया के अंतर्गत विश्वविद्यालय के शिक्षण, प्रशासनिक व भौतिक संसाधनों की गुणवत्ता में निरंतर सुधार किया जा रहा है।

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गुणवत्ता एवं प्रसार 

वाइस चांसलर ने यह भी बताया कि ए.के.टी.यू. ने प्रदेश में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता, प्रसार और व्यावसायिक उपयुक्तता को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त छात्र आज देश-विदेश के प्रतिष्ठित औद्योगिक, तकनीकी, सेवा और आईटी क्षेत्रों में कार्यरत हैं, जिससे न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता सुनिश्चित हो रही है बल्कि राज्य और देश की तकनीकी प्रगति में भी योगदान मिल रहा है।

फीस निर्धारण आवश्यक 

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इस अवसर पर डॉ. अतुल कुमार जैन ने प्रदेश की सभी तकनीकी संस्थाओं की ओर से संबद्धता विस्तार की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा किए जाने का अनुरोध किया। उन्होंने यह भी निवेदन किया कि पिछले कई वर्षों से स्ववित्त पोषित तकनीकी संस्थानों की फीस निर्धारण का कार्य लंबित है, उसे भी शीघ्रता से निपटाया जाए।बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। प्रोफेसर पांडेय ने डॉ. जैन द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। बैठक से प्रदेश की तकनीकी शिक्षा के स्तर को और अधिक सुदृढ़ व पारदर्शी बनाने की दिशा में सकारात्मक संकेत मिले हैं।

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