गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में पशुधन, ग्राम्य विकास, शहरी विकास, राजस्व, पंचायती राज एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। मंत्री ने केंद्र व राज्य सरकार की गौवंश आधारित योजनाओं को अधिक से अधिक पात्र लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
देसी गाय महत्वपूर्ण
अधिकारियों ने अवगत कराया कि मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के तहत जिले में अब तक 680 लाभार्थियों को 1165 गोवंश सुपुर्द किए जा चुके हैं। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई किसान समृद्धि योजना व अन्य योजनाओं का उद्देश्य किसानों की आय को दोगुना करना है। इनमें खासतौर पर देशी गायों की नस्ल सुधारने और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
कृत्रिम गर्भाधान
मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से देशी गायों की नस्ल में सुधार किया जा रहा है। पशुपालकों को न केवल मुफ्त में गायें दी जा रही हैं, बल्कि उनके पालन के लिए अनुदान राशि भी प्रदान की जा रही है। सरकार की योजनाओं के तहत एक गाय के लिए ₹40,000 से लेकर दो सौ गायों के पालन पर ₹2 करोड़ तक का अनुदान दिया जा रहा है।
गौशालाओं अच्छी व्यवस्था
उन्होंने बताया कि निराश्रित गायों को गौशालाओं में भेजकर उनके लिए चारे और पानी की समुचित व्यवस्था की जा रही है। सरकार द्वारा चारागाह की भूमि चिन्हित कर कब्जा मुक्त कराई जा रही है। इसके अतिरिक्त बकरी, मुर्गी और सुअर पालन को भी बढ़ावा देने हेतु विशेष अनुदान योजनाएं लागू की गई हैं।
मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई
उत्तर प्रदेश को दूध उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य बताते हुए मंत्री ने बताया कि राज्य में 520 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयाँ गठित की गई हैं, जो बीमार और घायल पशुओं की देखभाल करती हैं। पशुपालक टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों और पशुपालकों की आय को दोगुना करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।