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सिविल डिफेंस की बैठक
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में नागरिक सुरक्षा की 12 आवश्यक सेवाओं की समन्वयात्मक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक भारत सरकार के गृह मंत्रालय तथा उत्तर प्रदेश शासन के नागरिक सुरक्षा अनुभाग के निर्देशानुसार आयोजित की गई, जिसमें नागरिक सुरक्षा सेवाओं को अर्धविधिक स्वरूप देने के संबंध में दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया गया।
सुरक्षा की 12 सेवाएं
बैठक में नागरिक सुरक्षा की 12 सेवाओं — मुख्यालय, वार्डन, हताहत, संचार, प्रशिक्षण, अग्निशमन, कल्याणकारी, आपूर्ति, बचाव, डिपो एवं परिवहन, साल्वेज तथा शव निस्तारण सेवा — के कमांडिंग अधिकारियों की भागीदारी रही। साथ ही कानून व्यवस्था, विद्युत, जल एवं सीवर व्यवस्था को चार अतिरिक्त आवश्यक सेवाओं के रूप में चिन्हित किया गया, जिनके लिए संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की गई।
होंगे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
जिलाधिकारी श्री मीणा ने जनपद में आपदा के समय उपयोगी संसाधनों की विभागवार सूची तैयार करने, इंडस्ट्री में उपलब्ध संसाधनों का आंकलन करने एवं अधिकाधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी आपात स्थलों की पहचान कर सूचीबद्ध करने तथा नागरिक सुरक्षा के स्वंयसेवकों में भूतपूर्व सैनिकों को शामिल करने के लिए सैनिक कल्याण बोर्ड से पत्राचार करने पर बल दिया।
यह रहे मौजूद
बैठक में उपनियंत्रक नागरिक सुरक्षा रविन्द्र प्रताप द्वारा सभी कमांडिंग अधिकारियों को उनके उत्तरदायित्वों की जानकारी दी गई एवं नागरिक सुरक्षा की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। सहायक उपनियंत्रक गुलाम नबी ने गाजियाबाद में नागरिक सुरक्षा की स्थापना, वार्डन सेवा की संरचना एवं उसकी कार्य प्रणाली पर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव कुमार, अपर जिलाधिकारी सौरभ भट्ट, नगर मजिस्ट्रेट श्री संतोष उपाध्याय तथा अन्य विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे। समापन पर चीफ वार्डन श्री ललित जायसवाल ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए बैठक का समापन किया।