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Mission Shakti : मिशन शक्ति के अंतर्गत छात्रा ने संभाली थाना नंदग्राम की कमान

गाजियाबाद में चल रहे मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत सोमवार को एक अनोखी पहल देखने को मिली। इस दौरान 16 वर्षीय छात्रा ईशुपाल को एक दिन के लिए थाना नंदग्राम की कमान सौंपी गई। ईशुपाल फातिमा कान्वेंट स्कूल की कक्षा 12 की छात्रा हैं। इस अवसर पर थाना परिसर में

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Syed Ali Mehndi
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Mission Shakti

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

गाजियाबाद में चल रहे मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत सोमवार को एक अनोखी पहल देखने को मिली। इस दौरान 16 वर्षीय छात्रा ईशुपाल को एक दिन के लिए थाना नंदग्राम की कमान सौंपी गई। ईशुपाल फातिमा कान्वेंट स्कूल की कक्षा 12 की छात्रा हैं। इस अवसर पर थाना परिसर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्रा ने थाना प्रभारी का कार्यभार संभाला और पुलिसिंग की जिम्मेदारियों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया।एसीपी नंदग्राम उपासना पांडे ने बताया कि मिशन शक्ति के तहत बच्चियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से यह पहल की गई है। इसके अंतर्गत छात्राओं को पुलिस कार्यप्रणाली से अवगत कराया जाता है, ताकि वे कानून-व्यवस्था, सुरक्षा और समाज में पुलिस की भूमिका को समझ सकें। इस दौरान ईशुपाल को न केवल थाने के विभिन्न अनुभागों का निरीक्षण कराया गया, बल्कि उन्हें एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया, शिकायत सुनवाई और महिला हेल्प डेस्क की कार्यशैली के बारे में भी विस्तार से बताया गया।

प्रेरणादायक कार्यक्रम

कार्यक्रम के दौरान ईशुपाल ने कहा कि यह अनुभव उनके लिए बेहद प्रेरणादायक रहा। उन्होंने बताया कि थानेदार की कुर्सी पर बैठकर उन्होंने समझा कि पुलिस किस तरह समाज की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिन-रात कार्य करती है। ईशुपाल ने इस अवसर पर छात्राओं से अपील की कि वे आत्मविश्वासी बनें और समाज में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।एसीपी उपासना पांडे ने कहा कि ऐसी गतिविधियों का उद्देश्य बेटियों को सशक्त बनाना है। जब बच्चियां पुलिस की जिम्मेदारी और कठिनाइयों को नजदीक से देखेंगी, तो उनके अंदर सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की भावना मजबूत होगी। उन्होंने यह भी बताया कि मिशन शक्ति अभियान केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से समाज में महिलाओं और बच्चियों की भागीदारी और सुरक्षा को बढ़ावा देने का गंभीर प्रयास किया जा रहा है।

महिलाओं को किया प्रेरित 

थाने में मौजूद अन्य अधिकारियों और महिला पुलिसकर्मियों ने भी छात्राओं को प्रेरित किया और उन्हें भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बनने की सलाह दी। स्थानीय लोगों ने भी इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि यह बच्चों में जागरूकता और आत्मबल बढ़ाने की दिशा में सार्थक कदम है।गौरतलब है कि मिशन शक्ति उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना है। गाजियाबाद जैसे बड़े शहर में इस तरह की पहल से समाज में सकारात्मक संदेश जाता है और बेटियां खुद को सशक्त महसूस करती हैं।इस तरह 16 वर्षीय छात्रा ईशुपाल का थाना नंदग्राम की कमान संभालना न केवल उनके लिए यादगार पल रहा, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी के लिए भी प्रेरणा बन गया।

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