गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।
लोनी के बीजेपी विधायक नंदकिशोर गूर्जर के साथ कलश यात्रा के दौरान हुई कथित बर्बरता के विरोध में दिल्ली कूच के फैसले को राष्ट्रीय गुर्जर महासभा ने फिलहाल स्थगित कर दिया है। महासभा का कहना है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री उमा भारती के आश्वासन पर उन्होंने ये फैसला लिया है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मामले में दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो कूच का ऐलान फिर से किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में कही ये बात
राजनगर आरडीसी में राष्ट्रीय गुर्जर महासभा ने बुलाई प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय गुर्जर महासभा के अध्यक्ष चौधरी रविन्द्र सिंह गुर्जर ने कहा कि 20 मार्च को जनपद गाजियाबाद के लोनी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित श्रीरामकथा की मंगल कलश यात्रा में 11 हजार से अधिक कलश लेकर महिलाएं सम्मिलित थीं। इस दौरान पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज किया। दुर्व्यवहार किया गया। लोनी के बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के साथ धक्कामुक्की की गई। उनके कपड़े फटे। इस घटना ने सम्पूर्ण हिंदू समाज को आक्रोशित कर दिया। इस अन्याय और अत्याचार के विरोध में गुर्जर समाज ने महापंचायत की थी जिसके निर्णय को सनातन प्रेमियों, सामाजिक संगठनों, धार्मिक संगठनों के द्वारा समर्थन देते हुए सामूहिक रूप से दिनांक 13 अप्रैल को दिल्ली जाने के निर्णय की घोषणा की थी ताकि लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज प्रधानमंत्री तक पहुंचाई जा सके।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का दावा
चौधरी रविन्द्र सिंह गुर्जर ने कहा कि दिल्ली जाने के आह्वान के बाद 10 लाख से अधिक लोगों की कॉल, संदेश, बैठकों, सभाओं, ज्ञापन के जरिये हमें दिल्ली कूच की स्वीकृति गुर्जर समाज सहित अन्य हिंदू समाज के लोगों से मिली थी। दिल्ली जाने को लेकर सभी व्यवस्थाओं की जानकारी हमने विस्तार से साझा की थी। लोगों में श्रीरामचरित मानस के अपमान एवं रामभक्तों के अपमान को लेकर भारी आक्रोश था। जनमानस की भावना को शासन द्वारा गंभीरता से लेना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पूर्व कैबिनेट मंत्री का अनुरोध स्वीकारा
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने गुर्जर समाज व सभी आक्रोशित रामभक्तों से संवाद करते हुए समाज से दिल्ली न जाने का आग्रह किया है। उन्होंने लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर को बड़ी दीदी होने के नाते अपने पास बुलाकर आदेश दिया है कि सामाजिक सौहार्द और वार्ता के मार्ग को प्राथमिकता दी जाए। उनकी बात को काटना उचित नहीं है, क्योंकि उन्होंने सक्षम स्तर पर बात करके ही समाज से आग्रह किया है। उनके इस सम्मानजनक आग्रह और आश्वासन को दृष्टिगत रखते हुए सभी संगठनों व गुर्जर समाज ने विचार विर्मश कर, फिलहाल दिल्ली जाने की योजना को न्याय की उम्मीद के साथ स्थगित किया है।
दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन
चौधरी रविंद्र सिंह ने कहा कि हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि यदि उचित समय सीमा में संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो समाज अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए पुनः आंदोलन की योजना बनाएगा।
ये रहे मौजूद
प्रेस वार्ता में गुर्जर महासभा का राष्ट्रीय महासचिव करतार सिंह, सचिव कुलदीप नागर के अलावा विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी मौजूद रहे। इस मौके पर नंदकिशोर गूर्जर ने कहा कि ये लड़ाई न तो अकेले उनकी है और ना ही सिर्फ गुर्जर समाज की। बल्कि ये सनातन धर्म के सम्मान की लड़ाई है। जिसमें सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि मुस्लिम समाज की प्रतिष्ठा भी जुड़ी है। खासकर उनकी जो प्रभु राम का आदर करते हैं।