Advertisment

Mock drill : सुबह बजेगा सायरन, आपदा प्रबंधन की जांची जाएगी तैयारी

गाजियाबाद में कल आपदा प्रबंधन को लेकर बड़े पैमाने पर मॉकड्रिल का आयोजन किया जाएगा। एडीएम एफ/आर सौरभ भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मॉकड्रिल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य आपदा

author-image
Syed Ali Mehndi
Untitled design_20250918_220038_0000

फाइल फोटो

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

गाजियाबाद में कल आपदा प्रबंधन को लेकर बड़े पैमाने पर मॉकड्रिल का आयोजन किया जाएगा। एडीएम एफ/आर सौरभ भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मॉकड्रिल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य आपदा की स्थिति में प्रशासन की तैयारियों की जांच करना और आमजन को जागरूक करना है।

तीन अलग-अलग लोकेशन

उन्होंने बताया कि इस मॉकड्रिल का आयोजन जिले की तीन अलग-अलग लोकेशनों पर किया जाएगा। तहसील सदर क्षेत्र स्थित ओपोलेंट मॉल में अग्नि प्रबंधन की मॉकड्रिल होगी। यहां आग लगने की काल्पनिक स्थिति में दमकल विभाग, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन का प्रदर्शन करेगी। इसके साथ ही मोदीनगर स्थित शुगर मिल परिसर में रासायनिक आपदा प्रबंधन की मॉकड्रिल की जाएगी। इस दौरान रासायनिक रिसाव जैसी परिस्थिति का अनुकरण कर उससे निपटने की रणनीति को परखा जाएगा। वहीं लोनी इंटर कॉलेज में भूकंप प्रबंधन की मॉकड्रिल आयोजित होगी, जहां इमारत ढहने की काल्पनिक स्थिति में राहत व बचाव कार्य किया जाएगा।

अफवाह पर ना दे ध्यान 

एडीएम सौरभ भट्ट ने नागरिकों से अपील की है कि मॉकड्रिल के दौरान किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। यह केवल अभ्यास है, ताकि आकस्मिक परिस्थितियों में जिले का प्रशासन और आपदा प्रबंधन तंत्र पूरी तरह से तैयार रह सके। उन्होंने कहा कि इन मॉकड्रिल्स के माध्यम से लोगों को भी यह समझने का अवसर मिलेगा कि आपदा के समय किस प्रकार सतर्क रहकर अपनी और दूसरों की जान बचाई जा सकती है।उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभ्यास जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को परखने के लिए किया जा रहा है। ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं ताकि टीमों की कार्यशैली, उपकरणों की कार्यक्षमता और आपसी तालमेल को मजबूत किया जा सके।

 तैयारी का जायजा 

जिला प्रशासन ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि मॉकड्रिल के दौरान यातायात और सामान्य गतिविधियों पर अस्थायी असर पड़ सकता है, लेकिन किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह कदम केवल जनता की सुरक्षा और आपदा की तैयारी को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।इस मॉकड्रिल में दमकल विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, सिविल डिफेंस, एनडीआरएफ व अन्य आपदा प्रबंधन एजेंसियां भी शामिल होंगी। प्रशासन को उम्मीद है कि इस अभ्यास से गाजियाबाद जिला किसी भी संभावित आपदा का सामना करने में और अधिक सक्षम बन सकेगा।

Advertisment

Advertisment
Advertisment