गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। शहर में विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से महापौर सुनीता दयाल ने एक बार फिर बड़ा कदम उठाया है। 15वें वित्त आयोग की निधि से मिले धन के अंतर्गत उन्होंने मोहन नगर ज़ोन के विभिन्न वार्डों में कुल ₹7 करोड़ 50 लाख की लागत से होने वाले विकास कार्यों का शिलान्यास किया। यह आयोजन एक सप्ताह के भीतर हुए ₹120 करोड़ के शिलान्यास कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा है।
इस मौके पर कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय नेता मौजूद रहे जिनमें पार्षद रेखा गोस्वामी, पिंकी जाटव, ओमपाल भाटी, शहरोज प्रवीण, चौधरी मुस्तक़ीम, चौधरी अंसार, तबस्सुम जहां, कविता भाटी, प्रवीण भाटी, मदन राय, प्रमोद राघव, हिमांशु शर्मा, सुनन्दा एवं पूर्व पार्षद बिजेन्द्र चौहान प्रमुख रूप से शामिल रहे।
महापौर सुनीता दयाल ने कहा, "हमारा उद्देश्य है कि 15वें वित्त आयोग की धनराशि का अधिकतम उपयोग करते हुए सभी वार्डों में मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए ताकि विकास हर नागरिक तक पहुंचे।"
महापौर के अनुसार इन विकास कार्यों के पूरा होने से शहर के लगभग 30 लाख निवासियों को सीधा लाभ मिलेगा। कार्यों में मुख्य रूप से सड़कों और नालों के निर्माण को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इन कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण कर लिया जाएगा, जिससे शहर में विकास की तस्वीर साफ नजर आने लगेगी।
मुख्य विकास कार्यों का विवरण:
- मोहन नगर – बाजीराबाद रोड (गीतांजलि स्कूल से पसोंडा प्राथमिक विद्यालय तक) का सड़क निर्माण – ₹2.47 करोड़
- राजेन्द्र नगर सेक्टर 5 – विभिन्न मकानों के बीच सड़क निर्माण – ₹46 लाख
- भोपुरा डिफेंस कॉलोनी – गुर्जर चौक से पंडित जी के मकान तक सड़क निर्माण – ₹57 लाख
- राजेन्द्र नगर – शनि मंदिर से साहिबाबाद थाना व पुलिस चौकी तक सड़क निर्माण – ₹50 लाख
- लाजपत नगर (सी और बी ब्लॉक) – आश्रय स्थल व मदर डेयरी वाली सड़क का निर्माण – ₹74 लाख
- करहैड़ा गाँव – डीपी प्रॉपर्टी वाली सड़क का निर्माण – ₹41 लाख
- गगन विहार भोपुरा – सचिन के मकान से प्रकाश के मकान तक सड़क निर्माण – ₹42 लाख
- डीएलएफ कॉलोनी – पप्पू कॉलोनी से ताहिरपुर मार्ग तक सड़क निर्माण – ₹52 लाख
- राजेन्द्र नगर (वार्ड 86, 83, 80) – मौर्य रोड पर सड़क निर्माण – ₹1.23 करोड़
शहरवासियों ने महापौर के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि लंबे समय से उपेक्षित क्षेत्रों में अब विकास की रफ्तार तेज हो रही है। नगर निगम द्वारा इन कार्यों की निगरानी सुनिश्चित की जा रही है ताकि गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।
महापौर का यह प्रयास न केवल शहर की तस्वीर बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि निगम प्रशासन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता के साथ शहर को एक आदर्श नगर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।