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मजार के आसपास मेयर का एक्शन
गाज़ियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
शहर में अवैध कब्जों और निर्माणों के खिलाफ नगर निगम का अभियान लगातार जारी है। इसी कड़ी में गाज़ियाबाद के नए बस अड्डे के पास बोंझा क्षेत्र में हाईवे किनारे स्थित एक मजार के आसपास बने पक्के निर्माण को तोड़ दिया गया। इस कार्रवाई की खास बात यह रही कि खुद गाज़ियाबाद की मेयर सुनीता दयाल मौके पर मौजूद रहीं और निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की अगुवाई की।
वायरल हुआ वीडियो
बताया जा रहा है कि यह मजार काफी समय से चर्चा में थी। कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें मेयर सुनीता दयाल इस मजार के खादिम को कड़ी फटकार लगाते हुए दिख रही थीं। वीडियो में वह स्पष्ट तौर पर कह रही थीं कि सरकारी ज़मीन पर किसी भी तरह का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वायरल वीडियो के बाद इस मजार और उसके आसपास के पक्के निर्माण पर कार्रवाई की अटकलें लगाई जा रही थीं, जो अब सच साबित हुईं।
सरकारी जमीन अवैध कब्जा
कार्रवाई के दौरान मजार के चारों ओर बने पक्के निर्माण, दीवारें और छायादार ढांचे को तोड़ दिया गया। मेयर सुनीता दयाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह जमीन सरकारी है और यहां बिना अनुमति के पक्का निर्माण किया गया था। उन्होंने बताया कि वह पहले भी कई बार मजार के खादिम को चेतावनी दे चुकी थीं, लेकिन बार-बार समझाने के बावजूद अतिक्रमण जारी रखा गया। ऐसे में अब निगम ने कठोर रुख अपनाते हुए यह कार्रवाई की है। नगर निगम के अधिकारी और निगम पुलिस के जवान बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद थे ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। स्थानीय प्रशासन ने भी इस कार्रवाई के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की थी। हालांकि कार्रवाई के दौरान कुछ विरोध के स्वर भी उठे, लेकिन प्रशासन की सख्ती के चलते स्थिति नियंत्रण में रही।
गरजा बुलडोजर
मेयर दयाल ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह सरकारी भूमि की सुरक्षा और अतिक्रमण हटाने की कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि चाहे मंदिर हो, मस्जिद या मजार—अगर किसी ने भी बिना अनुमति के सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा किया है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। गाज़ियाबाद नगर निगम के इस एक्शन को शहर में साफ संकेत के तौर पर देखा जा रहा है कि अब अतिक्रमण चाहे जहां भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सुनीता दयाल के नेतृत्व में नगर निगम ने यह दिखा दिया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, चाहे वो कोई भी हो।