गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स में की गई भारी वृद्धि को लेकर नगर निगम कार्यालय में सोमवार को विशेष बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पार्षदों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर मोर्चा खोलते हुए तीखा तेवर अपनाया। पार्षदों ने एक सुर में टैक्स वृद्धि को जनविरोधी कदम बताते हुए हर हाल में इसे वापस लेने की मांग की।
नगर निगम में हंगामा
बैठक के दौरान पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन और महापौर पर जनभावनाओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए भारी विरोध जताया। कई पार्षदों ने टेबल ठोंककर और नारेबाजी करते हुए कहा कि जनता पहले से ही महंगाई से त्रस्त है, ऐसे में टैक्स बढ़ाना सरासर अन्याय है। पार्षदों की जिद के सामने महापौर और अधिकारी फिलहाल बैकफुट पर नजर आए और कोई स्पष्ट जवाब देने से बचते रहे।
पार्षदों में आक्रोश
बैठक में स्थिति उस समय और भी तनावपूर्ण हो गई जब कुछ पार्षदों ने प्रस्ताव की प्रतियां फाड़ दीं और अध्यक्षीय मंच तक पहुंचने की कोशिश की। पूरे सभागार में हंगामेदार माहौल बना रहा। हालात को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया।फिलहाल बैठक स्थगित कर दी गई है और अगली रणनीति को लेकर पार्षद अलग से विचार-विमर्श में जुटे हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो पार्षद सड़क पर उतरकर आंदोलन भी कर सकते हैं।