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नमो भारत रेलवे स्टेशन
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद स्थित नमो भारत स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही को सुगम और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से दो नए प्रवेश-निकास द्वार खोले गए हैं। इसके साथ ही अब इस स्टेशन पर कुल चार प्रवेश-निकास द्वार यात्रियों के लिए उपलब्ध हो गए हैं। यह निर्णय यात्रियों को ट्रैफिक से भरी सड़कों को पार करने की परेशानी से निजात दिलाने के लिए लिया गया है।
सबसे ऊंचा स्टेशन
गाजियाबाद नमो भारत स्टेशन, जो कि पूरे कॉरिडोर में सबसे ऊंचा स्टेशन है, घनी आबादी वाले क्षेत्र में तीन ओर से व्यस्त मार्गों से घिरा हुआ है। इसकी ऊंचाई 26 मीटर, लंबाई 215 मीटर और चौड़ाई लगभग 44 मीटर है। ऐसे में स्टेशन तक यात्रियों की पहुंच को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए एनसीआरटीसी ने कुल पांच प्रवेश-निकास द्वारों की योजना बनाई थी, जिनमें से अब चार यात्रियों के लिए खोल दिए गए हैं।
प्रथम गेट
नवीनतम रूप से खोले गए प्रवेश-निकास द्वारों में पहला द्वार संख्या-1 चौधरी चरण सिंह पार्क की ओर बनाया गया है। यह द्वार विशेष रूप से दिल्ली की ओर से आने वाले यात्रियों के लिए उपयोगी है। इसे स्टेशन से जोड़ने के लिए एक फुट-ओवर ब्रिज बनाया गया है, जिसकी लंबाई लगभग 130 मीटर और चौड़ाई 6.5 मीटर है।
द्वितीय गेट
दूसरा नया द्वार संख्या-2 आर्य नगर की दिशा में बनाया गया है। इसे भी स्टेशन से जोड़ने के लिए एक फुट-ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है, जिसकी लंबाई करीब 20 मीटर और चौड़ाई 6.5 मीटर है। इन द्वारों के शुरू होने से यात्रियों को अब सड़क पार करने की जरूरत नहीं रहेगी, जिससे आवाजाही अधिक सुरक्षित और सुगम होगी।
दो अन्य गेट
पहले से खुल चुके द्वार संख्या 4 और 5 स्टेशन भवन में ही मौजूद हैं और इनका उपयोग यात्रियों द्वारा लगातार किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, द्वार संख्या-3 पटेल नगर की ओर बनाया गया है और इसे जल्द ही यात्रियों के लिए खोला जाएगा। यह द्वार भी स्टेशन से एक 30 मीटर लंबे और 6.5 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज से जुड़ा है।
किया जा रहा है विस्तार
इस ब्रिज का विस्तार दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन के न्यू बस अड्डा शहीद स्थल स्टेशन तक किया जा रहा है। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन के तहत यह 330 मीटर लंबा फुटओवर ब्रिज नमो भारत और मेट्रो स्टेशन को जोड़ते हुए यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे तक निर्बाध आवागमन की सुविधा देगा। खास बात यह है कि इस ब्रिज पर यात्रियों की सहूलियत के लिए स्वचालित ट्रैवलेटर भी लगाए जाएंगे।