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Namo bharat : नमो भारत डिपो पर तेजी से जारी कार्य, मेट्रो स्टेशन भी आकार ले रहा

मोदीपुरम में नमो भारत रेल परियोजना का दूसरा डिपो तेजी से आकार ले रहा है। कृषि विश्वविद्यालय के पास बन रहे इस अत्याधुनिक डिपो का सिविल निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। इसके साथ ही पास में ही मेरठ मेट्रो का एक नया स्टेशन भी बन रहा है,

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Syed Ali Mehndi
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निर्माणाधीन नमो भारत डिपो

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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

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मोदीपुरम में नमो भारत रेल परियोजना का दूसरा डिपो तेजी से आकार ले रहा है। कृषि विश्वविद्यालय के पास बन रहे इस अत्याधुनिक डिपो का सिविल निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। इसके साथ ही पास में ही मेरठ मेट्रो का एक नया स्टेशन भी बन रहा है, जिससे क्षेत्र के पावली खास, दौराला, सकौती और पावरसा गांव के लोगों को सीधी परिवहन सुविधा मिल सकेगी।

दुहाई डिपो से संचालन 

फिलहाल नमो भारत ट्रेनों का संचालन दुहाई (गाजियाबाद) स्थित डिपो से किया जा रहा है, लेकिन जैसे-जैसे दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर ट्रेनों की संख्या और आवागमन बढ़ेगा, संचालन के लिए एक और डिपो की आवश्यकता होगी। इसी जरूरत को देखते हुए मोदीपुरम डिपो का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें ट्रेनों के संचालन, रखरखाव और परीक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। यहां एक आधुनिक ट्रेन वर्कशॉप बन रही है, जिसमें नमो भारत और मेरठ मेट्रो ट्रेनों की मरम्मत व जांच की जाएगी। इसके साथ ही 1.2 किलोमीटर लंबा टेस्ट ट्रैक तैयार किया जा रहा है, जहां ट्रेनों की स्टैटिक और डायनामिक टेस्टिंग की जाएगी। डिपो में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित होगी।

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अंतिम चरण में निर्माण

डिपो परिसर में स्क्रैप यार्ड, निरीक्षण वर्कशॉप (IWS), परमानेंट-वे ऑफिस, चार निरीक्षण बे-लाइन (IBL), चार वर्कशॉप लाइनें और कुल 34 ट्रेनों के लिए स्टैबलिंग लाइनें बनाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त, ट्रेनों की गहराई से सफाई के लिए ऑटोकोच वॉशिंग प्लांट और हैवी-क्लीनिंग शेड लाइन भी बनाई जा रही हैं, जिससे ट्रेनों की स्वच्छता सुनिश्चित की जा सके। डिपो के साथ बन रहा मेरठ मेट्रो स्टेशन भी अपने अंतिम चरण में है। यह एट-ग्रेड स्टेशन होगा, जिसमें दो एंट्री-एग्जिट प्वाइंट होंगे और विश्वविद्यालय की ओर से एक फुटओवर ब्रिज का निर्माण भी किया जा रहा है, जिससे छात्रों और आम यात्रियों को सीधी पहुंच मिल सके।

तकनीकी दक्षता

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गौरतलब है कि मेरठ मेट्रो के लिए कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इनमें से चार स्टेशन – मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम – ऐसे होंगे जहां से नमो भारत और मेट्रो दोनों ट्रेनों की सेवा मिलेगी। बाकी स्टेशन केवल मेट्रो सेवा के लिए होंगे। यह देश में पहली बार होगा जब किसी मेट्रो सेवा का संचालन आरआरटीएस (नमो भारत) के बुनियादी ढांचे पर किया जाएगा। मोदीपुरम डिपो और मेट्रो स्टेशन का निर्माण न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह मेरठ और आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक विकास की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित होगा।

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