/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/19/x14ykcxZFryg4ZmxZLkB.jpg)
आभा कार्ड
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
केंद्र सरकार ने सरकारी अस्पताल पहुंचने वाले प्रत्येक मरीज की आभा आईडी अनिवार्य रूप से बनाए जाने के निर्देश दिए हैं, ताकि मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री को देशभर में कहीं भी देखकर उनको बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य सचिव के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर आदेश भी जारी किए गए हैं।
इसके बावजूद जिले के अस्पतालों में यह आईडी नहीं बनाई जा रही है। आभा आईडी कार्ड बनाने को लेकर हाल ही में हुई समीक्षा बैठक में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इसमें पता चला है कि से जुलाई 2024 से जनवरी 2025 तक जिले के अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी में कुल 29.83 लाख मरीज पहुंचे, लेकिन केवल सात लाख मरीजों की ही आभा आइडी बनाई गई, यानी बचे हुए करीब 22 लाख की आभा आइडी बनाना स्वास्थ्य कर्मी भूल गए।
हर स्वास्थ्य कर्मी को दिया लक्ष्य
आभा आईडी बनाने में लापरवाही सामने आने पर जिम्मेदार अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि प्रति स्वास्थ्य कर्मी कम से कम 1000 आभा आईडी कार्ड बनाना सुनिश्चित करें।आभा कार्ड में आधार कार्ड की तरह का एक क्यूआर कोड वाला कार्ड होता है, इसमें 14 डिजिट का एक यूनिक नंबर भी होता है। इस डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड से मरीज की मेडिकल हिस्ट्री देश में कहीं भी देखी जा सकती है। इससे चिकित्सक को परामर्श देने में आसानी होगी।
ऐसे बनवाएं आभा कार्ड
इसके लिये आपको आभा कार्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://abha.abdm.gov.in/abha/v3/ पर जाना होगा। इसके बाद आपको "आभा नंबर बनाएं" पर क्लिक करना होगा।
टीकाकरण चाल पड़ी धीमा
खसरा और डिप्थीरिया के केस मिलने के बाद भी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जानलेवा बीमारियों से बचाव को संचालित स्वास्थ्य विभाग का नियमित टीकाकरण धीमा चल रहा है। जिला स्वास्थ्य समिति के समक्ष रखी गई रिपोर्ट के अनुसार, जिले में 95788 वार्षिक लक्ष्य के अनुसार बच्चों का टीकाकरण होना था।
लेकिन लक्ष्य के सापेक्ष जनवरी तक कुल 79614 बच्चों को पेंटा-1, 83151 बच्चों को एमआर-1 और 73121 बच्चों को एमआर-2 की डोज लगी है।
टीकाकरण में समस्या
यह स्थिति तब है जबकि डिप्थीरिया के साथ ही खसरा के केस सामने आए हैं। हाल ही में उच्च अधिकारियों द्वारा किए गए स्थलीय निरीक्षण में पता चला है कि कुछ मुस्लिम बहुल इलाकों में टीकाकरण का विरोध किया जा रहा है। समझाने के बाद भी लोग बच्चों को टीका नहीं लगवा रहे हैं।
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/11/dXXHxMv9gnrpRAb9ouRk.jpg)