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डूंडाहेड़ा सरकारी अस्पताल
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
विजयनगर क्षेत्र के डुंडाहेड़ा इलाके में 50 बेड का नया सरकारी अस्पताल शुरू कर दिया गया लेकिन इस अस्पताल के शुभारंभ पर सवालिया निशान खुद गाजियाबाद के सांसद एवं शहर विधायक नहीं खड़े कर दिए हैं ऐसे में कहीं ना कहीं अस्पताल का उद्घाटन की बात बेहद चर्चा में है।
ओपीडी शुरू निर्माण कार्य अधूरा
सरकारी अस्पताल में ओपीडी शुरू कर दी गई है जहां 12 केबिन में अलग-अलग चिकित्सा विशेषज्ञ बैठते हैं लेकिन वही इमरजेंसी में स्टाफ ही नहीं है जिसके चलते किसी भी इमरजेंसी केस को निपटने के लिए ओपीडी में मौजूद डॉक्टर को अपनी सीट छोड़कर तुरंत इमरजेंसी पहुंचना पड़ता है। जबकि अस्पताल में 60% काम अभी अधूरा है जिसका निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है।
सीएमएस से नहीं हो साकी बात
इस संबंध में यंग भारत की टीम ग्राउंड जीरो पहुंची और अस्पताल की अवस्थाओं को देखते हुए वहीं से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अखिलेश मोहन को फोन लगाया गया जिस पर उन्होंने कहा कि संबंध में अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर अतुल आनंद आपको विस्तार से बताएंगे लेकिन जब अतुल आनंद से फोन पर संपर्क करने प्रयास किया तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था।
सिर्फ दो सफाई कर्मी चौकीदार नही
अस्पताल में स्टाफ की कमी प्रमुखता से नजर आ रही है जहां इतने बड़े अस्पताल को स्वच्छ रखने के लिए सिर्फ दो सफाई कर्मचारी हैं जबकि अस्पताल की सुरक्षा के लिए एक भी चौकीदार नहीं है सफाई कर्मचारी ही रात में चौकीदार की भूमिका निभाते हैं।
इसके अलावा पावर सप्लाई भी अस्पताल में एक प्रमुख समस्या है यहां बैकअप जनरेटर नहीं है और इनवर्टर से इलाज के दौरान पावर सप्लाई के द्वारा चलने वाली मशीन नहीं चलाई जा सकती ऐसे में अगर लाइट चली जाती है तो कई हेवी मशीन है रुक जाती हैं।
250 के लगभग रोज ओपीडी
अस्पताल में 250 के लगभग मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं जिसमें अधिकतर खासी नजर जुकाम से पीड़ित बताये जा रहे हैं अस्पताल में डेंटिस्ट सपना बजाज का कहना है कि क्षेत्र में दातों से संबंधित समस्या काफी अच्छी जा रही है जिसमें तंबाकू का सेवन फास्ट फूड ईटिंग से संबंधित समस्याएं प्रमुख हैं।