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प्रतीकात्मक चित्र
नगर निगम के मोहननगर जोन में स्थित आईटीएस कॉलेज के सामने करीब सवा करोड़ की लागत से एफओबी बनाया जा रहा है। जिस पर आने वाला सारा खर्च निजी कॉलेज उठा रहा है। इस खर्च और निर्माण का मकसद कॉलेज में पढ़ने वाले 4000 स्टूडेंट्स को सड़क पार करने के लिए साधन मुहैया करवाना और उन्हें डिवाइडर कूदकर सड़क पार करने से बचाना है। इस प्रॉजेक्ट के लिए पीडब्ल्यूडी और नगर निगम ने आईटीएस कॉलेज को एनओसी दे दी है। सड़क के एक तरफ से एफओबी के लिए नींव बनाने के काम की शुरुआत हो गई है। दावा किया जा रहा है कि तीन से चार महीने में एफओबी बनकर तैयार हो जाएगा।
यूं पड़ी जरूरत
तकरीबन दो साल पहले पीडब्ल्यूडी ने लगातार जाम की शिकायत और एक्सीडेंट होने के चलते ट्रैफिक पुलिस की सहमति से जीटी रोड पर आईटीएस कॉलेज के पास का कट बंद कर दिया था। जिसके कारण किसी को भी यदि गाजियाबाद की तरफ या ज्ञानी बॉर्डर की तरफ जाना होता था तो इसके लिए 500 मीटर अतिरिक्त चलकर यू टर्न लेना पड़ता हैं। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत कॉलेज में पढ़ने वाले करीब चार हजार छात्रों को झेलनी पड़ती थी। जबकि स्थानीय लोगों को भी इससे दिक्कत होती थी।
निगम-पीडब्लूडी ने दी NOC
नगर निगम के जोनल प्रभारी आरपी सिंह का कहना है कि सड़क पीडब्ल्यूडी के अधिकार क्षेत्र में आती है। लेकिन सड़क के किनारे की जमीन नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आती है। इसलिए कॉलेज प्रशासन ने पीडब्लूडी के साथ-साथ निगम से भी एनओसी मांगी थी। हमारे स्तर से एफओबी के लिए एनओसी प्रदान कर दी गई है।
छात्रों संग और का भी फायदा
इस एफओबी के बनने का फायदा न सिर्फ कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को होगा, बल्कि यहां आसपास रहने वाले लोगों और इंडस्ट्रियल एरिया में काम करने वाले कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा। जाहिर है कि कॉलेज का खर्च और सरकारी विभागों का काम सिर्फ एनओसी देना।