गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। नगर निगम सदन की बैठक के दौरान एक राष्ट्र एवं चुनाव के प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किया गया। हालांकि कांग्रेस के पार्षदों के द्वारा प्रस्ताव को लेकर तीखा रोष व्यक्त किया गया। इसके साथ साथ जम्मू कश्मीर के पहलगांव में हुए आतंकी हमले के दौरान मारे गए लोगों के प्रति श्रदांजलि अर्पित करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। सदन बैठक के दौरान जो हम से टकराएगा चूर चूर हो जाएगा एवं पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
महापौर सुनीता दयाल की अध्यक्षता में निगम के नवयुग मार्केट मुख्यालय परिसर में हुई बैठक के दौरान सर्व प्रथम एक राष्ट्र एक चुनाव के प्रस्ताव पर चर्चाहुई। इस दौरान महापौर ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर आयोजित हो रही बैठकों के दौरान अधिकांश हिस्सों में लोगों के द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर जोर दिया जा रहा है। इसके समर्थन में अधिकांश लोगों एवं आरडब्लूए के द्वारा लेटर दिए जा रहे है। इस बीच बीजपी के पार्षद गौरव सौंलकी ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव की व्यवस्था कोई नई नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस के द्वारा देश मंे अमरजेंसी न लगायी गई होती तो मौजूदा में एक राष्ट्र एक चुनाव की नौबत पैदा होने वाली नहीं थीं। इस दौरान बीजेपी पार्षदों ने कहा कि कांग्रेस का एक मात्र कार्य अंग्रेजों की तरह फूट डालों राज करांे वाला रहा है। कांग्रेस दूर तक कदापि नहीं चाहती है कि देश में एक राष्ट्र एक चुनाव की व्यवस्था लागू की जाए। इस बीच बीजेपी के कुछ पार्षदों के द्वारा कांग्रेस होश में आओं के भी नारे लगाए,हांलांकि कांग्रेसी पार्षद अजय शर्मा एवं दूसरे पार्षदांे के द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव की व्यवस्था का जबरदस्त तरीके से विरोध किया गया। इस बीच महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक चुनाव की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें,ये अधिकार डा अम्बेडकर के द्वारा दिया गया। ध्वनि मत से इस प्रस्ताव को पारित किया गया।
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सदन बैठक के दौरान जम्मू कश्मीर के पहलगांव में हुए आतंकी हमले के दौरान मारे गए लोगांे के प्रति श्रदांजलि अर्पित की गई। इस दौरान कुछ पार्षदांे के द्वारा कहा गया कि पहलगांव हमले के बाद केंद्र सरकार के द्वारा यू तो पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे है,लेकिन सदन के माध्यम से निंदा प्रस्ताव पारित किया जाना भी आवश्यक है।
बैठक के दौरान नहीं हो सकी दूसरे मुददों को लेकर चर्चा
जैसा कि उम्मीद की जा रही थीं कि सदन बैठक के दौरान दूसरे मुददों पर पार्षदों के द्वारा अधिकारियों को घेरा जा सकता है। जैसे कि आमजन पर डीएम सर्किल रेट के हिसाब से थोंपे जा रहे संपत्तिकर के मुददे पर पार्षद अधिकारियों को घेरेंगे,लेकिन दूर तक भी ऐसा कुछ नहीं हो सका। ज्यादातर पार्षदों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि जब निगम की सदन बैठक के बीच प्रदेश सरकार के मंत्री एवं साहिबाबाद विधायक की उपस्थिति के बीच ये तय हो गया कि किसी भी स्तर से डीएम सर्किल रेट से संपत्तिकर की व्यवस्था लागू न की जाएगी,ऐसे मंे आमजन को डीएम सर्किल रेट के आधार पर बिल का वितरण किया जाना सदन की अवमानना है। अनेक पार्षदों में इस बात को लेकर मलाल दिखाई दिया िक वह क्षेत्र से जुडी समस्याएं नहीं उठा सकें।