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सिंदूर मार्ग का नामकरण
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
संजय नगर में एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला जब परमार्थ सेवा ट्रस्ट एवं हनुमान मंगलमय परिवार ट्रस्ट के चेयरमैन वी. के. अग्रवाल की 47वीं वैवाहिक वर्षगांठ के अवसर पर उनके आवास पर "सिंदूर" का पौधा रोपित किया गया। इस विशेष आयोजन में उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री नरेंद्र कश्यप, पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, मुरादनगर के विधायक अजीत पाल त्यागी, ब्रह्मऋषि विभूति बी. के. शर्मा ‘हनुमान’, क्षेत्रीय पार्षद पप्पू नगर, एवं राजनगर पार्षद प्रवीण चौधरी ने सहभागिता की।
बलिदान, शक्ति का प्रतीक
इस शुभ अवसर पर संजय नगर की मुख्य सड़क को "सिंदूर मार्ग" के नाम से नवाजा गया। ब्रह्मऋषि बी. के. शर्मा ‘हनुमान’ ने बताया कि भारतीय संस्कृति में सिंदूर न केवल सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि वह सुहाग, समर्पण, बलिदान और शक्ति का भी प्रतीक माना जाता है। यह वही पावन लाल रंग है जो महिलाओं की मांग में सजता है और सैनिकों के ललाट पर विजय का संकल्प बनकर चमकता है।
बेहद सफल रहा ऑपरेशन सिंदूर
उन्होंने आगे बताया कि हाल ही में हुए पहलगाम के आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई जवाबी सैन्य कार्रवाई को "ऑपरेशन सिंदूर" का नाम देना इस रंग के गौरव और राष्ट्रभक्ति से जुड़ाव को दर्शाता है। सिंदूर अब नारी प्रतीक ही नहीं, बल्कि देशभक्ति और सैन्य चेतना का हिस्सा बन चुका है। यह लाल रंग विशेष किस्म के फल से प्राप्त होता है, जिससे जुड़े प्रश्न अब प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछे जा रहे हैं। सभी जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि जब तक यह सृष्टि रहेगी, तब तक सिंदूर का मान और सम्मान बना रहेगा। कोई भी असामाजिक तत्व इसकी गरिमा को ठेस नहीं पहुँचा सकता। कार्यक्रम में सैकड़ों देशभक्तों ने भाग लेकर देशप्रेम और सांस्कृतिक एकता का प्रदर्शन किया। यह आयोजन केवल एक पौधा रोपण नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और राष्ट्र की चेतना को पुनः जागृत करने का प्रयास था।