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बाजार बंद
गाजियाबादवाईबीएन संवाददाता
पहलगाम में हिन्दुओं के कत्लेआम के विरोध में शुक्रवार को मुख्य शहर के सभी बाजार बंद रहे। उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के आहवान पर बुलाए गए बंद का सभी स्थानीय व्यापार मंडलों ने समर्थन किया। सुबह से ही पुराने शहर के चारों गेटों के बाजार बंद रहे। वहीं, पहलगाम में आतंकी घटना के विरोध में सर्राफा व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर आक्रोश व्यक्त किया।
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निकाली शव यात्रा
पुराने शहर के घंटाघर,तुराबनगर, सिहानी गेट, दिल्ली गेट, चौपला, नया गंज, रमतेराम रोड समेत कई बाजार पूरी तरह बंद रहे। सुबह सांसद अतुल गर्ग के नेतृत्व में व्यापारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे बाजार में मार्च निकाला कार्यकर्ताओं ने व्यापारियों से बंद को समर्थन देने की अपील की। हाथों में तख्तियां लेकर व्यापारियों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।व्यापारियों ने पाकिस्तान से आर पार की लड़ाई की मांग की।
यह रहे मौजूद
इसके बाद चौपला में एक सभा का आयोजन किया गया। जहां सभी व्यापार मंडलों के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ सांसद अतुल गर्ग, विधायक संजीव शर्मा, पूर्व मेयर आशु वर्मा,महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, पार्षद राजीव शर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष गोपीचंद, राजेंद्र मेंदीवाला,अशोक चावला, राजेश बंसल, संजीव मित्तल, वेदप्रकाश खादीवाले, अनुराग गर्ग आदि उपस्थित थे।
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व्यापारियों ने स्वयं किया बंद
शहर विधायक संजीव शर्मा ने कहा कि बाजार बंद का कोई आहवान नहीं किया गया था। पहलगाम में इतनी बड़ी घटना हो गई। इस घटना से व्यथित व्यापारियों ने स्वत ही बाजार बंद कर मृतकों के प्रति अपनी श्रद्धा और घटना को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। जो तस्वीर दिखाई दीं उससे सभी की आंखों में आंसू आ गए। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कह दिया कि कल्पना से भी ज्यादा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नेहरू, जिन्ना है कारण
भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने कहा कि एक एक व्यक्ति के आंखों में आंसू है। यह पहली बार नहीं है कि हिन्दुओं का कत्ल किया गया। 1947 में भी हिन्दुओं का चुनचुन कर कत्ल किया गया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत को धर्म के आधार पर बंटवारे का विरोध किया था। लेकिन जिन्ना और नेहरू के कारण धर्म के आधार पर भारत का विभाजन किया गया। उसी समय दूध का दूध और पानी का पानी हो जाना था।