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शिया मस्जिद सेक्टर 23
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
संजय नगर के सेक्टर 23 स्थित शिया मस्जिद में इस जुम्मे की नमाज के बाद एक विशेष श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई, जिसमें हाल ही में पहलगाम में शहीद हुए भारतीय जवानों को सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। नमाज के बाद मस्जिद परिसर में उपस्थित सैकड़ों लोगों ने न केवल देश के वीर सपूतों की कुर्बानी को सलाम किया, बल्कि आतंकवाद के विरुद्ध अपनी एकजुटता का भी ऐलान किया।
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पाकिस्तान मुर्दाबाद
सभा के दौरान 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' और 'आतंकवाद हाय-हाय' जैसे नारे गूंजते रहे, जिससे यह स्पष्ट संदेश गया कि आतंकवाद के खिलाफ न सिर्फ सरकार, बल्कि आम जनता भी सजग है। यह आयोजन केवल शोक प्रकट करने का माध्यम नहीं था, बल्कि एक संकल्प का मंच भी था—संकल्प आतंकवाद को समाप्त करने का, और देश में अमन-चैन बनाए रखने का।
आतंकवाद खत्म करना जरूरी
इस मौके पर मौलाना सैयद तफाखुर अली ज़ैदी और मौलाना सैयद कमाल सुल्तान ने लोगों को संबोधित करते हुए आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद किसी मजहब का हिस्सा नहीं हो सकता और इसे जड़ से समाप्त करना समय की मांग है। मौलाना ज़ैदी ने कहा कि शहीदों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी और पूरा देश उनके साथ है।
मुसलमान का विरोध
इस आयोजन से यह भी सिद्ध हुआ कि मुस्लिम समाज आतंकवाद को सिरे से नकारता है और ऐसे कृत्यों को इस्लाम की शिक्षाओं के विरुद्ध मानता है। मस्जिद से उठी यह आवाज न केवल संजय नगर बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बनी कि मजहब के नाम पर आतंक फैलाने वालों का समाज में कोई स्थान नहीं है।
देश सबसे पहले
इस श्रद्धांजलि सभा ने यह साबित कर दिया कि जब बात देश की सुरक्षा और एकता की आती है, तो सभी धर्म और समुदाय एक साथ खड़े होते हैं। शहीदों की स्मृति को नमन करते हुए यह आयोजन आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त सामाजिक प्रतिरोध का प्रतीक बन गया।