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Play with life : नालों में डूबने से अब तक नौ बच्चों की मौत

जनपद में नाले में डूबने से बच्चों की मौत का सिलसिला लगभग 13 साल पुराना है अब तक विभिन्न नालों में 9 बच्चे डूब कर अपनी जान गवा चुके हैं लेकिन नगर निगम के कान पर जूँ भी नहीं रेंगी ....

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Syed Ali Mehndi
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नलों में डूब कर अब तक नौ बच्चों की मौत

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

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केला भट्टा क्षेत्र में एक मासूम बच्चे की नाले में डूबने से मौत हो गई जिस पर सभी लोग अफसोस तो कर रहे हैं लेकिन उसके मुख्य कारण की ओर किसी का शायद ध्यान नहीं जा रहा है दरअसल नाले में डूबने से मासूम बच्चों की मौत का सिलसिला लगभग 13 साल पुराना है जो अब तक 9 मां गोद उजड़ चुका है।

प्रमुख खतरनाक नाले 

चमन कॉलोनी:

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इस कॉलोनी के पास एक खुला नाला है। नगर निगम ने इस नाले की वजह से कोई हादसा न हो इस कारण यहां पर सेफ्टी के लिए जाल लगा दिया था। लेकिन जाल कई जगह से फट चुका है और सेफ्टी के लिए किया गया यह बंदोबस्त पूरी तरह से नाकाम होता दिख रहा है। इसके चलते यहां नाले में किसी बच्चे के गिरने की संभावना हमेशा बनी रहती है।

गुलजार कॉलोनी:

कैला भट्टा घनी आबादी वाला क्षेत्र है। इस एरिया की गुलजार कॉलोनी और अमन कॉलोनी के बीचसे खुला नाला बह रहा है। यह नाला ओपन होने के साथ लबालब भरा रहता है। बीच में कई जगह इसे ढका गया है लेकिन कई स्पॉट जानलेवा हैं। यहां कभी भी हादसा हो सकता है।

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पटेल मार्ग:

पटेल मार्ग से सटा बड़ा नाला बहता है। इस नाले से ही बरसात के दौरान आधे पटेल नगर का पानी पास होता है। वैसे इस समय इस नाले में जलस्तर नहीं के बराबर है। बावजूद इसके पास से ही होकर सड़क गुजर रही है। इस नाले में कोई भी सेफ्टी वॉल नहीं है। ऐसे में जरा सी चूक से यहां नाले में किसी के भी गिरने से कोई भी व्यक्ति हादसे का शिकार हो सकता है।

आरडीसी:

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आरडीसी को गाजियाबाद महानगर का कॉर्पोरेट सेक्टर कहा जाता है। यहां देश की कई जानीमानी कंपनियों के ऑफिस, शो-रूम, आउटलेट आदि हैं। इसी के चलते आरडीसी में वाहनों का सबसे बड़ा दबाव है। आरडीसी में ही रोड के किनारे बना नाला भी कम खतरनाक नहीं है। बरसात के मौसम में यह नाला ओवरफ्लो हो जाता है। इस मौसम में भी यह नाला बेहद खतरनाक बना हुआ है। जरा सी चूक से नाले में कोई भी वाहन या व्यक्ति गिरकर हादसे का शिकार हो सकता है। नाले में सेफ्टी के लिए कोई इंतजाम नहीं है।

नगर आयुक्त से नहीं हो सकी बात 

इस संबंध में जब नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नहीं हो सके उनके पर्सनल असिस्टेंट आलोक शर्मा ने बताया कि नगर आयोग के समय व्यस्त है क्योंकि प्रमुख सचिव के साथ में बैठक में शामिल है।

महानगर क्षेत्र में नालों की स्थिति:

नगर निगम क्षेत्र में कुल नाले - 670 नाले,

बड़े और गहरे नाले - 157

बाकी नाले छोटे और कम गहरे- 513

खुले नालों की घटनाएं 

13 मार्च 2018 : चमन कॉलोनी में रहने वाले 5 साल के अयान की नाले में गिरने से गई जान।

11 मार्च 2018 : गुलजार कॉलोनी में रहने वाले 4 साल के आहिल की नाले में गिरकर मौत।

23 जनवरी 2018 : विजयनगर के बुद्ध विहार में नाले में गिरने से बच्चे की मौत।

15 अप्रैल 2013 : खोड़ा कॉलोनी के राजीव विहार के नाले में गिरने से ढाई साल के धीरज की मौत।

15 फरवरी 2013 : साहिबाबाद के शहीद नगर में नाले में गिरने से चार साल के मासूम की मौत।

19 अगस्त 2012 : रामपुरी में घर के बाहर नाले में गिरने से तीन साल की मासूम समी की मौत।

12 जुलाई 2012 : वसुंधरा इलाके में स्कूल के बाहर खुले नाले में गिरने से चार साल के मासूम प्रिंस की मौत।

20 मई 2012 : लिंक रोड थाना क्षेत्र के रामपुरी के नाले में डूबने से दो साल की मासूम बच्ची रेहाना की मौत।

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