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Pole scam : पोल माफियाओं के शिकंजे में ग्राम पंचायत डासना, लाखों की अवैध उगाही का आरोप

ग्राम पंचायत डासना के अंतर्गत आने वाले दिल्ली हापुड़ रोड पर अवैध रूप से लगे पोल सरकार के लाखों रुपए के राजस्व को नुकसान पहुंचने का कार्य कर रहे हैं। जिसकी शिकायत एक अधिवक्ता एवं....

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Syed Ali Mehndi
सड़क पर बोर्डिंग

सड़क पर होर्डिंग

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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

ग्राम पंचायत डासना के अंतर्गत आने वाले दिल्ली हापुड़ रोड पर अवैध रूप से लगे पोल सरकार के लाखों रुपए के राजस्व को नुकसान पहुंचने का कार्य कर रहे हैं। जिसकी शिकायत एक अधिवक्ता एवं स्थानीय जागरूक नागरिक द्वारा जिला अधिकारी और उच्च स्तर पर की गई है। जिसमें आरोप है कि जिला प्रशासन और ग्राम पंचायत को पोल माफिया द्वारा चूना लगाने का कार्य किया जा रहा है। 

अधिवक्ता ने लिखा डीएम को पत्र

अधिवक्ता मोनू चौधरी व स्थानीय लोगो का आरोप है कि ग्राम पंचायत डासना के अंतर्गत आने वाले सड़क पर अवैध रूप से पोल माफियाओ द्वारा अवैध पोल लगाकर अवैध वसूली की जा रही है। जबकि जिला प्रशासन को कई बार पत्र लिखकर बार बार अवगत कराने का कार्य किया गया है। जब इनसे कागजात मांगे जाते हैं तो जिला पंचायत की रसीद दे दी जाती है। जबकि जिला पंचायत के अंतर्गत क्षेत्र नहीं आता और सड़क पीडब्ल्यूडी व ग्राम पंचायत डासना के अंतर्गत आती है । 

 कई वर्षों से चल रहा है गोरख धंधा 

पोल माफियाओ द्वारा कई वर्षों से ग्राम पंचायत के अधिकारियों से मिलकर अवैध रूप से वसूली का धंधा चल रहा है और करीब एक दर्जन से ज्यादा अवैध रूप से पोल गाड़कर अवैध वसूली की जा रही है। जिस पर लगाम लगाने के लिए जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा गया है। सरकार के लाखों रुपए के राज्यसव को नुकसान पहुंचाने का कार्य कुछ पोल माफिया करते हुए नजर आए हैं। अगर जल्द ही इस मामले में शिकायत पत्र का संज्ञान नहीं लिया गया तो मुख्यमंत्री के समक्ष शिकायत दी जाएगी।

आखिर सब खामोश क्यों है 

हालांकि इस मामले में ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान कुछ नहीं कर पा रहे कही न कही इनकी भी मिली भगत सामने आ रही है। जिला प्रशासन द्वारा इस मामले में उचित कार्रवाई कर अवैध रूप से लगे पोल को हटाने का कार्य करना चाहिए। बड़ी बात है यह है कि अधिवक्ता द्वारा चिट्ठी पत्री शिकायती पत्र सहित सभी तरह के आवेदन जिला प्रशासन एवं नगर निगम सहित उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिए गए लेकिन उसके बावजूद भी किसी तरह की कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है जो कि किसी बड़े घोटाले की ओर साफतौर पर संकेत कर रही है।

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