Advertisment

Ghaziabad: निर्दोषों के हित को ध्यान में रख कर हो दोषियों पर कार्रवाई: फैसल हुसैन

Ghaziabad: गांव में भय का माहौल है और प्रशासन को संवेदनशील रवैया अपनाते हुए जनता से संवाद करना चाहिए। शहीद का बलिदान तभी सार्थक होगा जब न्याय की व्यवस्था ऐसी हो जिसमें दोषियों को सज़ा मिले और निर्दोष खुद को सुरक्षित महसूस करें। यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

author-image
Deepak Sharma
Ghaziabad: निर्दोषों के हित को ध्यान में रख कर हो दोषियों पर कार्रवाई: फैसल हुसैन
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। गाजियाबाद जिले के ग्राम नाहल में पुलिस की एक कार्रवाई के दौरान एक सिपाही के शहीद हो जाने की घटना से क्षेत्र में शोक और चिंता का माहौल है। इस घटना ने कानून व्यवस्था और प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

Advertisment

कानून को मिलनी चाहिए पूरी ताकत: फैसल हुसैन

समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फैसल हुसैन ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून को पूरी ताकत से काम करना चाहिए, ताकि ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्यवाही हो सके।

शहीद सिपाही को श्रद्धांजलि, पीड़ित परिवार के साथ समाजवादी पार्टी

Advertisment

फैसल हुसैन ने शहीद सिपाही को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी मजबूती से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सिपाही का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए और यह हमारा कर्तव्य है कि हम न्याय सुनिश्चित करें।

निर्दोषों को न हो कोई नुकसान, प्रशासन अपनाए संवेदनशीलता

उन्होंने चेताया कि पुलिस कार्रवाई के दौरान यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोई निर्दोष व्यक्ति न फंसे। उन्होंने कहा कि गांव में भय का वातावरण उत्पन्न हो गया है, जिससे कई ग्रामीण अपने घर छोड़ने को मजबूर हो सकते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि वह ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाए।

Advertisment

शासन की दोहरी जिम्मेदारी: सज़ा भी, सुरक्षा भी

फैसल हुसैन ने कहा कि शासन और प्रशासन की यह प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वे एक ऐसा तंत्र स्थापित करें, जिसमें अपराधियों को सज़ा मिले और निर्दोषों को सुरक्षा। उन्होंने कहा कि कानून के रखवाले यदि संवेदनशीलता से न्याय करें, तो न केवल अपराध नियंत्रित हो सकते हैं, बल्कि आम जनता का भरोसा भी बना रहेगा।

सच्ची श्रद्धांजलि वही, जो न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करे

Advertisment

अंत में उन्होंने कहा कि शहीद सिपाही को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम एक ऐसा न्यायिक व प्रशासकीय ढांचा तैयार करें, जिसमें कानून का राज हो और आम जनता को डर के बजाय विश्वास महसूस हो। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में न्याय और संवेदनशीलता का संतुलन ही व्यवस्था की असली पहचान है।

Advertisment
Advertisment