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Police : गुमशुदा बच्चे को गोद में घर लेकर पहुंचे इंस्पेक्टर, वीडियो वायरल

लोनी क्षेत्र में घटी एक घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने न केवल एक मासूम की जान बचाई बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया कि कानून के रखवाले हर परिस्थिति में जनता की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं।

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Syed Ali Mehndi
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फाइल फोटो

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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

लोनी क्षेत्र में घटी एक घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने न केवल एक मासूम की जान बचाई बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया कि कानून के रखवाले हर परिस्थिति में जनता की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं।

शानदार पुलिसिंग 

मामला थाना ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र के पूजा कॉलोनी का है, जहां रहने वाले राशिद और उनकी पत्नी राशीदा के घर सोमवार दोपहर एक ऐसी खबर पहुंची जिसने उनके पैरों तले जमीन खिसका दी—उनके छोटे बच्चे का अपहरण हो गया था। कुछ ही पलों में यह खबर पूरे मोहल्ले में फैल गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। माता-पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे और हर पल उन्हें अपने बच्चे की सलामती की चिंता सता रही थी।जैसे ही घटना की सूचना थाना ट्रॉनिका सिटी प्रभारी सरवन कुमार को मिली, उन्होंने समय गंवाए बिना पुलिस टीम को सक्रिय कर दिया। घटनास्थल पर पहुंचकर टीम ने आसपास के लोगों से बातचीत की, संभावित सुराग जुटाए और तकनीकी साधनों के जरिए बच्चे का पता लगाने की कोशिश शुरू की। मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर तंत्र का इस्तेमाल करते हुए पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की गतिविधियों का पता लगाया।

सकुशल बरामद

पुलिस की मेहनत रंग लाई और कुछ ही घंटों में बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया। बरामदगी के बाद जब थाना प्रभारी सरवन कुमार ने बच्चे को अपनी गोद में लिया, तो तस्वीरें देखकर हर किसी का दिल भर आया। बच्चे को उसके माता-पिता के हवाले किया गया तो वहां मौजूद हर आंख नम हो गई। राशिद और राशीदा अपने लाडले को सीने से लगाए बार-बार पुलिस का शुक्रिया अदा करते रहे। थाना प्रभारी सरवन कुमार ने बताया कि इस तरह के मामलों में हर सेकंड कीमती होता है और पुलिस की प्राथमिकता पीड़ित परिवार को तुरंत राहत पहुंचाना होती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में टीमवर्क और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने बच्चे को सुरक्षित वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पुलिस की प्रशंसा

स्थानीय लोगों ने भी पुलिस के इस सराहनीय कदम की जमकर प्रशंसा की। उनका कहना था कि ऐसे मामलों में अगर पुलिस तेजी न दिखाए तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं, लेकिन लोनी पुलिस ने यह साबित कर दिया कि वह जनता की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह समर्पित है।यह घटना केवल एक बच्चे की सकुशल वापसी की कहानी नहीं है, बल्कि यह विश्वास का उदाहरण भी है कि कठिन समय में पुलिस ही जनता की पहली और सबसे मजबूत ढाल है। लोनी के थाना ट्रॉनिका सिटी प्रभारी सरवन कुमार और उनकी टीम की यह सफलता आने वाले समय में पुलिस और नागरिकों के बीच भरोसे को और मजबूत करेगी।इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल एक मासूम की जिंदगी बचाई बल्कि यह भी साबित किया कि ईमानदारी, तत्परता और टीमवर्क के साथ कोई भी चुनौती पार की जा सकती है। ऐसे साहसिक कार्यों के लिए पुलिस टीम वाकई दिल से सलाम की हकदार है।

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