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Politics : मस्जिद पर आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाने को लेकर AIMIM का विरोध

साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का एक गंभीर प्रयास सामने आया है। घंटाघर स्थित एक मस्जिद की दीवार पर आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाने की घटना सामने आई है, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। बताया गया है कि यह पोस्टर हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष द्वारा स्वयं अपने

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Syed Ali Mehndi
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मस्जिद पर पोस्ट विवाद

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गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता 

साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का एक गंभीर प्रयास सामने आया है। घंटाघर स्थित एक मस्जिद की दीवार पर आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाने की घटना सामने आई है, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। बताया गया है कि यह पोस्टर हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष द्वारा स्वयं अपने सोशल मीडिया अकाउंट से साझा किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि "यह हिंदू रक्षा दल के योद्धा हैं, जो विधर्मियों को अपनी ताकत का एहसास कराते हैं"। यह भाषा न केवल असंवैधानिक है, बल्कि समाज को बांटने और तनाव फैलाने की दिशा में उठाया गया खतरनाक कदम है।

AIMIM पार्टी का विरोध 

इस घटना को लेकर AIMIM पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम जनता में आक्रोश है। पार्टी के अनुसार, यह कृत्य गाजियाबाद जैसे बहु-सांस्कृतिक शहर के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है। इस मामले को AIMIM के शहर विधानसभा अध्यक्ष शाकिर अब्बासी को सौंपा गया, जिन्होंने पार्टी के महानगर अध्यक्ष पंडित मनमोहन झा गामा से चर्चा की। AIMIM पार्टी का कहना है कि ऐसे तत्व जो समाज में नफरत फैलाना चाहते हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। गाजियाबाद जैसे संवेदनशील शहर में इस प्रकार की घटनाएं शांति व्यवस्था के लिए खतरा बन सकती हैं। पार्टी की मांग है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेकर दोषी व्यक्ति के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करे।

कार्यवाही की मांग

पार्टी प्रतिनिधिमंडल द्वारा दिए जाने वाले ज्ञापन में स्पष्ट रूप से यह मांग की जाएगी कि इस घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच हो, वीडियो और पोस्ट की फॉरेंसिक पड़ताल की जाए, और संबंधित व्यक्ति पर आईटी एक्ट, धार्मिक भावनाएं भड़काने और सार्वजनिक शांति भंग करने जैसी धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाए। AIMIM का यह रुख दर्शाता है कि पार्टी शहर में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी ने प्रशासन से यह भी अपील की है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सतर्कता बरती जाए और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

उकसाने का प्रयास

यह घटना न केवल एक समुदाय विशेष को उकसाने का प्रयास है, बल्कि संविधान के मूल्यों और नागरिकों के बीच आपसी सम्मान के खिलाफ एक सीधा हमला भी है। AIMIM पार्टी का रुख साफ है — सामाजिक सौहार्द से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए।

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