गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
नगर निगम द्वारा प्रस्तावित हाउस टैक्स वृद्धि के खिलाफ चल रहे अभियान को लेकर भाजपा नेता, पूर्व पार्षद व पार्षद पति मनोज गोयल ने नगर आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि नगर आयुक्त ने उनके निर्माण स्थल से जबरन सामग्री उठवाने की कोशिश की, ताकि विरोध को दबाया जा सके। मनोज गोयल ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र में टैक्स वृद्धि के विरोध में लगातार अभियान चलाया हुआ है, जिससे घबराकर नगर निगम ने उनके निजी निर्माण कार्य में इस्तेमाल हो रही सीमित सामग्री को जब्त करने की कोशिश की। उन्होंने इसे जनप्रतिनिधियों की आवाज को कुचलने का प्रयास बताया और आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह अलोकतांत्रिक कार्यवाही है।
निष्पक्षता का अभाव
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने नगर आयुक्त को कई बार पत्र लिखकर कौशांबी क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण की शिकायत की, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि निगम प्रशासन चुनिंदा तरीके से कार्रवाई कर रहा है और निष्पक्षता का अभाव है। गोयल ने अधिशासी अभियंता देशराज पर भी सवाल उठाए और कहा कि पिछले 20 वर्षों से हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए महापौर के स्पष्ट निर्देश होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान
पूर्व पार्षद ने चेतावनी दी कि अगर निगम प्रशासन ने दबाव की राजनीति बंद नहीं की तो वह इस मुद्दे को राज्य सरकार और विधानसभा तक उठाएंगे। उन्होंने कहा, "यह कमजोर प्रशासन की निशानी है जो विरोध को कुचलने के लिए निजी स्तर पर बदले की कार्रवाई कर रहा है। यह मामला अब नगर निगम की कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर सवाल खड़ा कर रहा है, वहीं यह देखना भी अहम होगा कि प्रशासन इस पूरे विवाद का क्या समाधान निकालता है।