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Politics : कांग्रेस ने गाजियाबाद में खेला ब्राह्मण-दलित कार्ड, कितना होगा सफल ?

उत्तर प्रदेश में होने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपनी टीम तैयार कर ली है।हाल ही में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के जिला अध्यक्षों की घोषणा की...........

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Syed Ali Mehndi
कांग्रेस पार्टी

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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता 

उत्तर प्रदेश में होने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपनी टीम तैयार कर ली है।हाल ही में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के जिला अध्यक्षों की घोषणा की है और इसके साथ ही पार्टी ने महानगर अध्यक्ष के नाम का भी ऐलान किया है। गाजियाबाद में कांग्रेस ने दलित और ब्राह्मण कार्ड खेला है। 

 विजय चौधरी - विनीत त्यागी की छुट्टी 

कार्यवाहक के तौर पर महानगर की जिम्मेदारी संभाल रहे विजय चौधरी और जिले की जिम्मेदारी संभाल रहे विनीत त्यागी अपने दायित्व बचाने में कामयाब नहीं रहे। पार्टी ने इन दोनों के स्थान पर परिवर्तन कर दिया है। गाजियाबाद जिले का अध्यक्ष सतीश शर्मा डासना को बनाया गया है। वहीं महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता वीर सिंह जाटव को दी गई है। जिले और महानगर में पार्टी ने ब्राह्मण और दलित समीकरण साध कर नया दांव चला है। वैसे भी गाजियाबाद जनपद और महानगर में कांग्रेस की स्थिति कई अध्यक्षों के परिवर्तन के बाद मजबूत नहीं हुई है। देखना अब ये है कि पार्टी के ये दो चेहरे इस महत्वपूर्ण दायित्व के मिलने के बाद क्या परिणाम देती है।

सभी को मिला प्रतिनिधित्व 

कांग्रेस पार्टी ने पारदर्शी तरीके से आंतरिक लोकतंत्र को बनाये रखते हुए पूरी सकारात्मकता के साथ, पिछले तीन महीने से जमीनी कार्यकतार्ओं से समन्वय स्थापित कर एक साथ पूरे प्रदेश के समस्त जिला एवं शहर अध्यक्षों की सूची जारी की है। राहुल गांधी की मुहिम के अनुसार अध्यक्ष पद पर सामाजिक न्याय की अवधारणा का पूरा ध्यान रखा गया है और उसमें पिछड़ों के साथ अतिपिछड़ों तथा दलितों के साथ अति दलितों और सामान्य वर्ग में भी सभी को स्थान दिया गया है।साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय तथा महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है।

 6 दिन चले इंटरव्यू 

इस बार अध्यक्ष के चयन के लिए प्रदेश मुख्यालय पर छह दिन तक सभी आवेदकों का इंटरव्यू लिया गया और इसके लिए सभी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया था जिन्होंने प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय सचिवगणों के साथ आवेदकों से बात किया और उसके उपरांत सभी की राय पर जिला अध्यक्ष तथा शहर अध्यक्षों का चयन किया गया।

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यह है आंकड़ा 

प्रदेश में सामान्य वर्ग के 30 प्रतिशत एवं दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक सहित लगभग 70 प्रतिशत कार्यकतार्ओं को प्रदेश के जिला एवं शहर इकाईयों के अध्यक्ष पद पर कार्य करने का अवसर शीर्ष नेतृत्व द्वारा प्रदान किया गया है। जिसमें 21 से 30 उम्र के 1, 31 से 40 उम्र के 24, 41 से 50 उम्र के 59, 51से 60 उम्र के 40, 61 से 70 उम्र के 5 तथा 70 से अधिक उम्र के 2 कार्यकतार्ओं को जिला शहर का कार्यभार सौंपा गया है। जहां सामान्य वर्ग में ब्राहमण 26, ठाकुर 12, भूमिहार 2,त्यागी-1, वैश्य 4, कायस्थ समाज से 1 अध्यक्ष बनाया गया है तो पिछड़ों में अतिपिछड़े तथा दलितों में अति दलित समाज को भी समुचित भागीदारी दी गयी है।

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