गाजियाबाद संवाददाता ।
भारतीय जनता पार्टी की तरह कांग्रेस पार्टी में भी घमासान जारी है दरअसल कांग्रेस में भी जल्दी जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष की घोषणा होनी है ऐसे में सभी नेता साम, दाम,दंड भेद की नीति अपनाते हुए अपने-अपने लोगों के लिए जान लड़ा रहे हैं।
ब्राह्मण गुट का पलड़ा दिख रहा है भारी
कांग्रेस के शीर्ष संगठन द्वारा जिला व महानगर अध्यक्ष की घोषणा जल्द की जा सकती है। सूत्रों का दावा है कि इस बार जिला अध्यक्ष की दौड़ में ब्राह्मण बाजी मार सकता है। क्योंकि गाजियाबाद के कांग्रेसी संगठन में अंतर्कलह खुलकर तो सामने नहीं आ रही, मगर अंदरखाने गुटबाजी जरूर चल रही है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के एक दिग्गज नेता की फैक्ट्री पर ब्राह्मण समाज के कांग्रेसी नेताओं की बैठक हुई और उसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ब्राह्मण समाज का ही जिला अध्यक्ष चुना जाना चाहिए। जबकि गाजियाबाद की कांग्रेस कमेटी में ब्राह्मण नेताओं में ही काफी समय से अंदरखाने राजनीति हो रही थी, किंतु अब सब एकजुट हो गए हैं। यह दावा सूत्रों ने किया है। इसके अलावा कांग्रेसी नेताओं का एक धड़ा पूर्व सांसद स्वर्गीय सुरेंद्र प्रकाश गोयल के बेटे सुशांत गोयल के साथ है। सुशांत गोयल खुद भी जिला अध्यक्ष की दौड़ में है तो वहीं कुछ अन्य लोगों की पैरवी भी करने में जुटे हैं।
12 फरवरी को हो सकती है गद्दी नशीनों की घोषणा
यह भी जानकारी सूत्रों द्वारा ही प्राप्त हुई है। आपको बता दें कि कांग्रेस को मजबूत स्तंभ के रूप में स्थापित करने के लिए शीर्ष नेतृत्व द्वारा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष को हटा दिया गया था। उसके बाद से ही शीर्ष कमेटी कांग्रेस की स्थिति को सुधारने में जुटी है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, उत्तर प्रदेश के प्रभारी एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रदीप नरवाल द्वारा नई दिल्ली स्थित 24 अकबर रोड कार्यालय पर राउंड की मीटिंग भी हो चुकी है। सूत्रों ने दावा किया है कि 12 फरवरी तक जिला व महानगर अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है। 12 फरवरी की तिथि निर्धारित होने की घोषणा के बाद से कांग्रेसी नेताओं के गुटों में खलबली मची हुई है। अलग-अलग धड़ों में बटे कांग्रेसी नेता अपनी अपनी टीम के लीडर को जिला व महानगर अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाना चाह रहे हैं। हालांकि ऊंट कैसे करवट बैठेगा यह तो 12 फरवरी को ही तय होगा। एक तरफ जहां सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र सुशांत गोयल का गुट तो दूसरी तरफ लोकसभा प्रत्याशी रही डोली शर्मा एवं महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज का गुट अपने-अपने लोगों को जिला व महानगर अध्यक्ष बनवाने की दौड़ में है। गौरतललब है कि स्थानीय स्तर पर कांग्रेस की गुटबाजी किसी से छुपी नहीं है जिसके बाद महानगर अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष कुर्सी पर कौन कब्जा करेगा यह मुकाबला देखना बेहद रोमांचक होगा।