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पॉलिटिक्स
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने समाजवादी पार्टी के नेता एवं मुरादाबाद से पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि सांसद हसन के बयान से न सिर्फ सनातन धर्म का अपमान हुआ है, बल्कि यह हिंदू बहन-बेटियों की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला भी है।
तत्काल मुकदमा हो दर्ज
विधायक गुर्जर ने अपने बयान में स्पष्ट रूप से मांग की कि डॉ. एसटी हसन के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाए और वैधानिक कार्रवाई की जाए। उनका कहना था कि ऐसे बयान न केवल हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करते हैं, बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द को भी बिगाड़ने का कार्य करते हैं।प्रेस वार्ता के दौरान विधायक गुर्जर ने कहा कि सांसद हसन ने अपने भाषण में न सिर्फ ओवैसी बंधुओं (असदुद्दीन और अकबरुद्दीन) को अनुचित रूप से संबोधित किया, बल्कि उन्होंने ‘जोधा बाई’ का नाम लेकर इतिहास को भी तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। गुर्जर ने कहा कि जोधा बाई को लेकर की गई टिप्पणी पूरी तरह से अपमानजनक है और इससे करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गहरा आघात पहुंचा है।
धर्म के नाम पर राजनीति
विधायक ने सवाल उठाया कि आखिर कब तक धर्म के नाम पर राजनीति होती रहेगी? उन्होंने कहा कि इस देश की संस्कृति ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की रही है, लेकिन कुछ नेता सस्ती लोकप्रियता के लिए धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी करते हैं। यह न केवल गलत है बल्कि असंवैधानिक भी है।विधायक ने प्रशासन और केंद्र सरकार से अपील की कि सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी जनप्रतिनिधि इस प्रकार की भाषा और बयानबाजी करने से पहले दस बार सोचे। उन्होंने यह भी जोड़ा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोई भी धर्म विशेष या आस्था को निशाना बनाया जाए।
सनातन धर्म पर कटाक्ष
भाजपा नेता ने विपक्षी दलों से भी सवाल किया कि क्या वे ऐसे बयान का समर्थन करते हैं? उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष ऐसे मामलों पर चुप है तो यह उनकी असली सोच को उजागर करता है।प्रेस वार्ता के अंत में विधायक गुर्जर ने दोहराया कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए वे हमेशा खड़े रहेंगे और किसी को भी हिंदू समाज के खिलाफ बोलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।यह पूरा मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है और आने वाले दिनों में इसे लेकर प्रदेश की राजनीति में गर्मी और बढ़ सकती है। फिलहाल प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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