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Politics : राष्ट्र की प्रगति के लिए आवश्यक है “एक राष्ट्र एक चुनाव”

गोविंदपुरम स्थित जीत एकेडमी में शनिवार को “वन नेशन वन इलेक्शन” विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को लोकतांत्रिक व्यवस्था की जटिलताओं से जोड़ते हुए उन्हें राजनीतिक दृष्टि से जागरूक बनाना

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Syed Ali Mehndi
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एक राष्ट्र एक चुनाव

गाज़ियाबाद,वाईबीएन संवाददाता

गोविंदपुरम स्थित जीत एकेडमी में शनिवार को “वन नेशन वन इलेक्शन” विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को लोकतांत्रिक व्यवस्था की जटिलताओं से जोड़ते हुए उन्हें राजनीतिक दृष्टि से जागरूक बनाना और राष्ट्र की प्रगति में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना रहा। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं और युवाओं ने हिस्सा लिया और विषय से संबंधित जिज्ञासापूर्ण प्रश्न भी पूछे।

एक राष्ट्र एक चुनाव 

मुख्य अतिथि के रूप में अभियान के समन्वयक व पूर्व महानगर संयोजक सरदार एस. पी. सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राष्ट्र की एकजुटता और समग्र प्रगति के लिए “एक राष्ट्र एक चुनाव” की अवधारणा अत्यंत आवश्यक है। उनके अनुसार, लगातार अलग-अलग राज्यों और केंद्र में चुनाव होने से न केवल भारी आर्थिक बोझ बढ़ता है, बल्कि सरकारी कार्यों की गति भी बाधित होती है। उन्होंने कहा कि यदि सभी चुनाव एक साथ कराए जाएँ तो संसाधनों की बचत होगी, प्रशासनिक व्यवस्था सरल होगी और देश के विकास कार्य निरंतर गति पकड़ सकेंगे।

 कम खर्च और सुरक्षित

उन्होंने युवाओं को समझाते हुए बताया कि चुनावी प्रक्रिया बार-बार आयोजित करने से करोड़ों रुपये का खर्च आता है। यह धन यदि शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना और रोजगार सृजन जैसे क्षेत्रों में लगाया जाए तो समाज को सीधा लाभ मिल सकता है। इसके अलावा, बार-बार आचार संहिता लागू होने से विकास परियोजनाएँ ठप हो जाती हैं और जनता को अपेक्षित सुविधाएँ समय पर नहीं मिल पातीं। ऐसे में “वन नेशन वन इलेक्शन” से प्रशासन और राजनीति दोनों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और राष्ट्र उन्नति की दिशा में आगे बढ़ेगा।इस अवसर पर महानगर संयोजक दीपक गोस्वामी ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने विश्वास जताया कि देश की युवा पीढ़ी यदि इस अभियान को समझकर इसका समर्थन करती है, तो निश्चित रूप से आम नागरिकों की सोच बदलेगी और लोकतांत्रिक व्यवस्था अधिक मजबूत बनेगी। उन्होंने कहा कि युवाओं की सक्रिय भागीदारी से यह आंदोलन जन-आंदोलन का रूप ले सकता है और आने वाले समय में इसका क्रियान्वयन संभव हो सकेगा।

वन नेशन वन इलेक्शन

जीत एकेडमी के निदेशक सचिन चौधरी ने भी संगोष्ठी में अपनी बात रखते हुए कहा कि “वन नेशन वन इलेक्शन” से न केवल राजनीतिक स्थिरता आएगी बल्कि शिक्षा और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे राजनीति को केवल नेताओं तक सीमित न समझें, बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति में अपनी जिम्मेदारी को भी समझें।संगोष्ठी में एकेडमी के शिक्षक हर्केश राघव, आदर्श शर्मा, नितेश, राजेश शर्मा, राजीव कुमार, नोमिष पांडे और आदित्य गोयल भी उपस्थित रहे। सभी ने छात्रों के प्रश्नों का उत्तर दिया और उन्हें इस विषय पर सोचने के लिए प्रेरित किया।

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