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अखिलेश नीली समीक्षा बैठक
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को गाजियाबाद, नोएडा और बागपत के कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठक की। बैठक में पूर्व जिला अध्यक्ष राशिद मलिक और विधानसभा प्रत्याशी विशाल वर्मा की मौजूदगी खास तौर पर चर्चा में रही।
मिशन 2027 की तैयारी
जानकारी के मुताबिक, आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विशाल वर्मा इस बार अपनी सीट से मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहे हैं और उन्होंने पहले से ही जमीनी स्तर पर कड़ा होमवर्क शुरू कर दिया है।बैठक के दौरान अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि पार्टी इस बार स्थानीय स्तर पर घोषणा पत्र तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं और अपेक्षाओं को समझकर ही चुनावी घोषणा पत्र बनाया जाएगा। इसमें शहरी और ग्रामीण दोनों वर्गों की संतुलित भागीदारी होगी ताकि हर क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण संभव हो सके।
स्थानीय घोषणा पत्र
अखिलेश ने कहा कि स्थानीय घोषणा पत्र शासन-प्रशासन की नीतियों को ‘ऊपर से नीचे’ की बजाय ‘नीचे से ऊपर’ की दिशा देगा। यह सच्चे लोकतंत्र और जनभागीदारी पर आधारित विकास का मॉडल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह स्थानीय घोषणा पत्र तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है।बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने भी अपनी-अपनी समस्याएं और सुझाव साझा किए। विशेष रूप से रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और शहरी सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं को कार्यकर्ताओं ने प्रमुखता से उठाया।
राजनीतिक दृष्टिकोण
राजनीतिक दृष्टि से देखें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इन क्षेत्रों पर सभी दलों की नजरें टिकी हैं। भाजपा लगातार अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है, वहीं सपा जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर रही है। स्थानीय प्रत्याशियों को मजबूत कर संगठन चुनावी मैदान में उतरने की रणनीति पर काम कर रहा है।अखिलेश यादव की इस बैठक को सपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाली पहल माना जा रहा है। विशाल वर्मा जैसे प्रत्याशियों के सक्रिय होने से पार्टी को लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है।