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विकास भवन गाजियाबाद
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद स्थित विकास भवन में शनिवार को बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप रही, जिससे सरकारी कार्यालयों का सामान्य कामकाज प्रभावित हो गया। विकास भवन के दूसरे और तीसरे मंजिल पर सुबह से ही बिजली नहीं थी, जिसकी वजह से कर्मचारी बेहाल नजर आए। इनवर्टर और बैकअप व्यवस्था भी काम नहीं कर सकी, जिससे कार्यालयों में पंखे और कंप्यूटर पूरी तरह बंद हो गए। कई कर्मचारियों ने गर्मी से राहत पाने के लिए फाइलों को पंखे की तरह इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, जबकि कुछ कर्मचारी गर्मी से परेशान होकर इधर-उधर घूमते दिखाई दिए।
10 दिन में दूसरी बार
बताया जा रहा है कि दस दिनों के भीतर यह दूसरी बार है जब विकास भवन में इलेक्ट्रिक पैनल में आग लगी और बिजली आपूर्ति बाधित हुई। इससे पहले 6 जून को भी पैनल में आग लगने की वजह से पूरे भवन की बिजली व्यवस्था ठप हो गई थी। शनिवार को फिर से वही स्थिति उत्पन्न हुई, जिससे डीपीआरओ कार्यालय, सांख्यिकी विभाग, कृषि विभाग, युवा कल्याण, कौशल विकास मिशन, लघु सिंचाई, और बाल कल्याण जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों का कामकाज पूरी तरह से ठप रहा।
शुक्रवार से बिजली गुल
कर्मचारियों का कहना है कि शुक्रवार को भी बिजली नहीं थी, लेकिन तब इनवर्टर की मदद से किसी प्रकार काम चलाया गया। शनिवार को इनवर्टर की बैटरी भी खत्म हो गई और सारी व्यवस्था ध्वस्त हो गई। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष देवव्रत चौधरी ने बताया कि विकास भवन में बार-बार आग लगने और बिजली कटौती की घटनाएं हो रही हैं, जिससे कर्मचारियों और आम जनता दोनों को भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि विकास भवन के कई विभागों में तीन से चार एसी लगे हुए हैं, जिससे बिजली का लोड बढ़ गया है और इसी वजह से बार-बार तकनीकी खराबी आ रही है। उन्होंने अधिकारियों से मांग की है कि भवन में बिजली लोड की समीक्षा कर आवश्यक सुधार कार्य जल्द किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
विकास भवन में कार्य बाधित
विकास भवन जैसे प्रशासनिक केंद्र में बार-बार बिजली आपूर्ति ठप होना न केवल प्रशासनिक कामकाज को बाधित करता है, बल्कि आम जनता को भी परेशान करता है, जो अपने सरकारी कामों के लिए यहां आते हैं। आवश्यकता है कि बिजली व्यवस्था को स्थायी रूप से सुदृढ़ किया जाए और तकनीकी उपकरणों का समय पर निरीक्षण किया जाए। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए बिजली पैनल और लोड की नियमित जांच कराए तथा यदि आवश्यक हो तो उच्च क्षमता वाले पैनल और इनवर्टर लगाए जाएं। साथ ही फायर सेफ्टी व्यवस्था को भी बेहतर बनाना होगा ताकि भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके।
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