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Problem: पत्रकार अनुज चौधरी ने जताया जान का खतरा, मुकदमा दर्ज

कविनगर थाना क्षेत्र में श्रमजीवी पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुज कुमार चौधरी ने एक बार फिर अपनी जान को खतरा बताते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। इससे पहले भी उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या का प्रयास किया जा चुका है।

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Syed Ali Mehndi
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फाइल फोटो

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

कविनगर थाना क्षेत्र में श्रमजीवी पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुज कुमार चौधरी ने एक बार फिर अपनी जान को खतरा बताते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। इससे पहले भी उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या का प्रयास किया जा चुका है। ताजा मामले में अनुज चौधरी ने गंभीर आरोप लगाए हैं।मुकदमे में दर्ज विवरण के अनुसार 4 सितंबर 2009 की सुबह करीब 10:30 बजे अनुज चौधरी अपनी बेटी को राजनगर सेक्टर-23 स्थित कॉलेज छोड़कर घर लौट रहे थे। इसी दौरान शास्त्रीनगर के रविंद्रनाथ पब्लिक स्कूल के पास उनकी गाड़ी के सामने अचानक एक सफेद ब्रेजा कार आकर रुक गई। यह गाड़ी कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विशाल चौधरी उर्फ बॉबी की बताई जा रही है।

हथियार के बल पर धमकाया

आरोप के मुताबिक, विशाल चौधरी ने गाड़ी के अंदर से ही हथियार निकालकर अनुज चौधरी को धमकाया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उसने कहा कि जल्दी ही उनका "काम तमाम" कर दिया जाएगा। इस घटना से अनुज चौधरी और उनके परिवार में गहरा भय व्याप्त है। उन्होंने पुलिस से तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।ज्ञात हो कि इससे पहले भी अनुज चौधरी पर जानलेवा हमला किया गया था, जिसमें उन पर गोलियों की बौछार की गई थी। किसी तरह वह उस हमले से बच निकले थे। लगातार मिल रही धमकियों और आपराधिक तत्वों की हरकतों ने अब एक बार फिर उनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कड़ी निंदा

पत्रकारों की संस्था और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और सरकार से मांग की है कि अनुज चौधरी को पर्याप्त सुरक्षा दी जाए। उनका कहना है कि पत्रकारों पर हमले लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कमजोर करने की कोशिश हैं, जिन्हें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि गाजियाबाद पुलिस अनुज चौधरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाती है।

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