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महिला पेंशनर
प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का गाजियाबाद में बेहद बुरा हाल है जहां लाभार्थियों को दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही है इसका नजारा एक बार फिर उसे समय देखने को मिला जब विधवा पेंशन के लिए महिलाओं को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा कुछ ऐसा ही हालत विकलांग पेंशन के भी नजर आ रहे हैं।
732 महिलाओं की नही हुई डीबीटी
जिले में 33,993 महिलाओं को मुख्यमंत्री विधवा पेंशन योजना के तहत धनराशि मिलती है। यह पेंशन त्रैमासिक रूप से उनके खाते में डाली जाती है, लेकिन प्रत्यक्ष लाभ भुगतान (डीबीटी) न होने से करीब 732 महिलाओं को पेंशन नहीं मिल पा रही। इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा।
काट रही हैं कार्यालय के चक्कर
मोदीनगर निवासी मेहमूदा ने बताया कि पिछले साल मार्च में आखिरी बार बैंक खाते में पेंशन आई थी। इसके बाद से पेंशन नहीं आई। विकास भवन में जानकारी करने पर पता चला कि खाते की डीबीटी नहीं हुई है। मोदीनगर निवासी वंदना का कहना है कि उनकी पेंशन बीते वर्ष अक्तूबर में आई थी। पता करने के लिए विकास भवन पहुंची तो बताया गया कि डीबीटी के बाद जनवरी में पेंशन आ जाएगी।
बैंक में नहीं सुनवाई
इसी क्रम में गोविंदपुरम निवासी नीतू झा ने बताया कि बीते साल फरवरी में पेंशन आई थी, उसके बाद से नहीं आई। अब विभाग से पता चला है कि बैंक जाकर डीबीटी करानी होगी, उसके बाद पेंशन आएगी। जबकि बैंक वाले बात सुनने को तैयार नहीं है और वह विकास भवन जाने की सलाह देते हैं।
नियम में हुआ बदलाव
जिले प्रोबेशन अधिकारी मनोज कुमार पुष्कर ने बताया कि पेंशन प्रक्रिया में बदलाव सितंबर में हुआ। पेंशनधारकों को सबसे पहले बैंक में जाकर डीबीटी करानी होगी। उसके बाद पेंशन भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी। योजना के लिए एक साल में जिले से 3952 के नवीन आवेदन आए हैं। जल्द समस्या का समाधान होगा।
750 नए दिव्यांग
नए सत्र के साथ जिले में दिव्यांग पेंशन पाने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। पेंशन पाने वाले लोगों में 750 नए लोग जुड़े है। प्रदेश सरकार की अनुदान योजना द्वारा प्रदेश में रह रहे दिव्यांगों को एक हजार रूपये प्रतिमाह दिए जाते है। इस पेंशन का लाभ त्रैमासिक रूप से एक साथ तीन किस्तों में कुल तीन हजार रूपये आवेदक के बैंक खाते में दिए जाते है।
742 की अटकी पेंशन
जिले से 2023- 2024 वित्तीय वर्ष में 7494 लोगों को पेंशन दी जाती थी, नए सत्र से 8244 लोगों को इस पेंशन का लाभ दिया जाएगा। हालांकि पहले से इस पेंशन को प्राप्त कर रहे लोगों में से 742 लोगों की एनपीसीआई नहीं होने से दिसंबर में दी जाने वाली तीसरी किस्त 3000 रूपये की पेंशन अटक गई है। इस बार की किस्त मार्च के अंतिम सप्ताह तक डाली जा सकती है।
जल्द होगा निराकरण
जिला दिव्यांगजन अधिकारी सुधीर त्यागी ने बताया कि सितंबर से पहले लाभार्थी के खाते में पेंशन खाता नंबर के आधार पर डाली जाती थी। लेकिन सितंबर के बाद पेंशन आधार नंबर के आधार पर डाली जा रही है। जिसके चलते देरी हो रही है। लेकिन इस समस्या का निराकरण जल्दी कर लिया जाएगा।
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