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किसानों की बैठक
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) की बैठक आज चंडीगढ़ के किसान भवन में आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने की। बैठक में प्रमुख रूप से सतनाम सिंह बेहरु, राजबीर सिंह (गाजियाबाद), होशियार सिंह गिल, जरनैल सिंह चहल, रघुबीर सिंह पंघाला, संदीप सिंह, अमरजीत राडा, हरसुलिंदर सिंह, सतनाम सिंह बागड़िया, शेरा सिंह अटवाल, सोनू सिंह औलख, अंकित चौधरी, हर्षदीप सिंह गिल और अभिमन्यु कोहाड़ सहित कई किसान नेता उपस्थित रहे।
15 अक्टूबर महत्वपूर्ण
बैठक के बाद जारी बयान में किसान नेताओं ने कहा कि देशभर में 15 अक्टूबर को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान किसान बाढ़ से खराब हुई फसलों के मुआवज़े, धान, बाजरा, मूंग और नरमा की फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद, पराली निपटान की व्यवस्था और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार प्रति क्विंटल ₹100 बोनस की मांग करेंगे।नेताओं ने यह भी कहा कि किसानों को बेलर, चॉपर और अन्य कृषि मशीनें सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जानी चाहिए ताकि पराली की समस्या का समाधान हो सके।
सरकार के प्रति आक्रोश
किसान मोर्चा के नेताओं ने केंद्र सरकार के रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार ने 25 अगस्त को बातचीत के लिए पत्र तो भेजा, लेकिन अब तक बैठक की तारीख तय नहीं की गई है। इसके उलट, आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों में सतनाम सिंह बेहरु और अन्य किसान नेताओं को नोटिस भेजे जा रहे हैं, जो किसानों के प्रति असंवेदनशीलता दर्शाता है।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नवंबर महीने में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का राष्ट्रीय सम्मेलन उत्तर प्रदेश में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशव्यापी आंदोलन की आगामी रणनीति तय की जाएगी।किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि उनकी सभी मांगें किसानों के हित और कृषि सुधार से जुड़ी हैं, और यदि सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई तो आगे का आंदोलन और व्यापक होगा।