Advertisment

Protest: दीपावली पर नहीं सजेंगे बाजार, नगर निगम की कर वृद्धि के खिलाफ विरोध तेज

नगर निगम द्वारा करों में मनमाने ढंग से की गई वृद्धि के विरोध में सिहानी गेट व्यापार मंडल ने दीपावली पर्व पर बाजारों को सजाने से साफ इंकार कर दिया है। व्यापार मंडल के इस फैसले ने शहरभर में हलचल मचा दी है और दीपावली जैसे बड़े पर्व पर बाजारों की रौनक फीकी

author-image
Syed Ali Mehndi
IMG-20251013-WA0557

व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनुराग गर्ग

गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता 

नगर निगम द्वारा करों में मनमाने ढंग से की गई वृद्धि के विरोध में सिहानी गेट व्यापार मंडल ने दीपावली पर्व पर बाजारों को सजाने से साफ इंकार कर दिया है। व्यापार मंडल के इस फैसले ने शहरभर में हलचल मचा दी है और दीपावली जैसे बड़े पर्व पर बाजारों की रौनक फीकी पड़ने की आशंका जताई जा रही है।व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनुराग गर्ग ने कहा कि नगर निगम ने हाल ही में करों में जिस तरह से वृद्धि की है, वह न केवल अनुचित है बल्कि आम नागरिकों और व्यापारियों पर भारी आर्थिक बोझ डालने वाला निर्णय है। उन्होंने कहा कि “जब निगम प्रशासन जनता की भावनाओं का सम्मान नहीं करेगा, तो व्यापारी भी अपने आक्रोश को प्रतीकात्मक रूप से व्यक्त करेंगे।

टैक्स वृद्धि का विरोध

अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सबसे चिंताजनक बात यह है कि नगर निगम प्रशासन भारतीय जनता पार्टी के अपने पार्षदों की बात तक नहीं सुन रहा है। “गाजियाबाद में पांच विधायक, सांसद और अधिकांश पार्षद बीजेपी के हैं, फिर भी निगम प्रशासन एक तानाशाही रवैया अपनाए हुए है,” उन्होंने तीखा आरोप लगाया।व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि अधिकांश पार्षद कर वृद्धि से जुड़ी “मिनट्स ऑफ मीटिंग” की प्रति मांग रहे हैं, लेकिन निगम अधिकारी उन्हें यह दस्तावेज देने से इनकार कर रहे हैं। इससे यह साफ है कि बिना पर्याप्त विचार-विमर्श के निर्णय लिए जा रहे हैं।व्यापार मंडल के इस कदम के बाद शहर के अन्य बाजारों में भी इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है। कई अन्य व्यापारी संगठनों ने सिहानी गेट व्यापार मंडल के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यदि निगम प्रशासन ने कर वृद्धि वापस नहीं ली, तो विरोध को और व्यापक किया जाएगा।

दीपावली अंधेरे बाजार 

व्यापारियों ने कहा कि दीपावली जैसे त्यौहार पर जब पूरा शहर रोशनी से जगमगाता है, ऐसे में बाजारों का न सजना प्रशासन के लिए एक मजबूत संदेश होगा। उन्होंने इसे केवल प्रतीकात्मक विरोध नहीं, बल्कि नगर निगम को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने की चेतावनी बताया। शहर के संभ्रांत नागरिकों ने भी व्यापारियों के इस निर्णय का समर्थन किया है। उनका कहना है कि जब नागरिक समय से कर अदा करते हैं, तो उन्हें बदले में पारदर्शी प्रशासन और बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिए।व्यापार मंडल ने स्पष्ट किया है कि यदि कर वृद्धि को वापस नहीं लिया गया, तो दीपावली के बाद व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा। अब सबकी निगाहें नगर निगम पर हैं कि वह इस विरोध के बीच कोई समाधान निकालता है या नहीं। फिलहाल शहर में यह चर्चा जोरों पर है कि इस बार दीपावली की रोशनी में सिहानी गेट बाजार की चमक शायद कुछ फीकी रह जाएगी।

Advertisment
Advertisment