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हाउस टैक्स वृद्धि का विरोध
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
शहर में हाउस टैक्स की बढ़ी दरों को लेकर नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में कवि नगर वेलफेयर एसोसिएशन ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के पदाधिकारियों और स्थानीय निवासियों ने रामलीला मैदान से लेकर नगर निगम के जोनल ऑफिस तक काली पट्टी बांधकर मार्च किया और हाउस टैक्स वृद्धि को जनविरोधी बताते हुए तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग की। इस प्रदर्शन में क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और सरकार व नगर निगम के खिलाफ नारे लगाए।
लगातार विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हाउस टैक्स में की गई वृद्धि आम जनता पर बोझ डालने वाली है। पहले से ही लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं और ऐसे में टैक्स की अतिरिक्त दरें मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए असहनीय साबित होंगी। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि नगर निगम को जनता की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक कदम उठाने चाहिए। अगर नगर निगम ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो आने वाले दिनों में आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।कवि नगर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि हाउस टैक्स की दरें पहले ही पर्याप्त हैं और इन्हें और बढ़ाना किसी भी तरह से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि नगर निगम को विकास कार्यों का खर्च आम जनता पर थोपने के बजाय अपने खर्चों में कटौती करनी चाहिए और पारदर्शिता के साथ आय के अन्य स्रोत खोजने चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि निगम प्रशासन जनप्रतिनिधियों से बिना परामर्श लिए ही फैसले ले रहा है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है।
अतिरिक्त बोझ
प्रदर्शन के दौरान कई वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पेंशनभोगी और रिटायर्ड लोग पहले ही सीमित आय पर निर्भर रहते हैं। ऐसे में हाउस टैक्स में वृद्धि उनके लिए अतिरिक्त बोझ साबित होगी। महिलाओं ने भी इस विरोध में भाग लिया और कहा कि घर का बजट पहले ही बिगड़ा हुआ है, और बढ़ते टैक्स से आम परिवार का जीवन और कठिन हो जाएगा।प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम प्रशासन से मांग की कि हाउस टैक्स की बढ़ोतरी पर तुरंत रोक लगाई जाए और जनता के हित में पुराने रेट ही लागू रखे जाएं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि यदि टैक्स को लेकर कोई नया नियम बनाना है तो पहले लोगों से चर्चा कर उनकी सहमति ली जानी चाहिए।
बढ़ रहा है असंतोष
नगर निगम के जोनल ऑफिस पहुंचने के बाद प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें हाउस टैक्स वृद्धि वापस लेने की मांग दर्ज की गई। एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर शीघ्र सुनवाई नहीं की गई, तो यह आंदोलन आगे और बड़ा रूप लेगा और शहरभर के विभिन्न वेलफेयर एसोसिएशन इसमें शामिल होंगे।कुल मिलाकर, गाजियाबाद में हाउस टैक्स वृद्धि का मुद्दा अब गंभीर रूप ले चुका है। लोगों का कहना है कि यह निर्णय जनता के हितों के खिलाफ है और जब तक इसे वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक विरोध की आवाजें बुलंद होती रहेंगी। कवि नगर वेलफेयर एसोसिएशन के इस कदम से साफ है कि आने वाले दिनों में नगर निगम पर दबाव और बढ़ सकता है।