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वाल्मीकि समाज का विरोध प्रदर्शन
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
हरियाणा के हिसार जिले में वाल्मीकि समाज के युवक गणेश वाल्मीकि की कथित पुलिस पिटाई से हुई मौत के विरोध में अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा ने मंगलवार को गाजियाबाद के जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान महासभा के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।
वाल्मीकि समाज में रोष
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे महासभा के ज़िला अध्यक्ष शक्ति सिंह जीनवाल ने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि कुछ उच्च पदों पर बैठे आईएएस और आईपीएस अधिकारी जानबूझकर दलित समाज को निशाना बना रहे हैं और केंद्र सरकार को भी गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं, और अब तो पुलिस तंत्र खुद ही हिंसा में लिप्त नजर आ रहा है।जीनवाल ने कहा कि हिसार की घटना बेहद दर्दनाक और निंदनीय है, जहां पुलिसकर्मियों द्वारा गणेश वाल्मीकि की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह पूरे दलित समाज को डराने और दबाने की एक साजिश का हिस्सा प्रतीत होती है।
मुआवजे की मांग
प्रदर्शनकारियों ने मृतक के परिवार के लिए 5 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है। साथ ही उन्होंने गणेश वाल्मीकि के माता-पिता को स्थायी सुरक्षा प्रदान करने की मांग की, ताकि उन्हें कोई खतरा न हो। महासभा ने यह भी मांग की कि इस मामले में जिन पुलिसकर्मियों की भूमिका सामने आ रही है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। इसके अतिरिक्त आईजी कृष्ण कुमार राव पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित किया जाए।शक्ति सिंह जीनवाल ने यह भी कहा कि यदि केंद्र और राज्य सरकार ने जल्द कोई कड़ा कदम नहीं उठाया, तो वाल्मीकि समाज सड़कों पर उतरकर देशव्यापी आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि यह समय केवल बयानबाजी का नहीं है, बल्कि न्याय दिलाने का है। दलित समाज अब चुप बैठने वाला नहीं है।गौरतलब है कि इस मौके पर प्रतिन गहलोत, मनोज कुमार,चमन, प्रदीप,अभिनव, जॉनी, इशांत चड्ढा, हरीश,सागर, नीरज वाल्मीकि आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।