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बुद्धि शुद्धि यज्ञ
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित सरकारी स्कूलों के विलय के फैसले के विरोध में गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने मंगलवार को बुद्धि शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने सरकार से मांग की कि 27,965 प्राथमिक विद्यालयों के विलय के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए।
समाज के लिए हानिकारक
पेरेंट्स एसोसिएशन के सचिव अनिल सिंह ने कहा कि यह निर्णय सीधे तौर पर समाज के उस वर्ग को प्रभावित करेगा जो आर्थिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से कमजोर है। उन्होंने कहा कि इन परिवारों के लिए सरकारी स्कूल ही शिक्षा प्राप्त करने का एकमात्र साधन हैं। यदि ये स्कूल बंद होते हैं तो इन बच्चों की शिक्षा पर गंभीर असर पड़ेगा।एसोसिएशन ने सरकार पर आरोप लगाया कि यह निर्णय निजी शिक्षा लॉबी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है। अनिल सिंह ने कहा कि जिस प्रकार स्कूलों को बंद कर उनकी जगह अन्य गतिविधियों, जैसे शराब के ठेकों को अनुमति देने की बात सामने आ रही है, वह बेहद चिंता का विषय है और सामाजिक विनाश का संकेत देती है।
बजट में हो वृद्धि
कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों ने मांग की कि सरकार शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए बजट में वृद्धि करे, न कि स्कूलों को बंद करके अवसरों को और सीमित करे। एसोसिएशन ने यह भी कहा कि सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए काम करना चाहिए, जिससे हर बच्चे को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।बुद्धि शुद्धि यज्ञ के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की गई कि सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार करे और गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने घोषणा की है कि यदि सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो वे राज्यव्यापी आंदोलन का रुख भी अपना सकते हैं।