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Pushpa Varsha : कांवड़ यात्रा में पुष्पवर्षा से उमड़ा श्रद्धा और उत्साह का सैलाब

सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा का उल्लास चरम पर है और जनपद गाजियाबाद में यह उत्सव नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के स्वागत की ऐसी मिसाल पेश की है, जो न सिर्फ गाजियाबाद

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Syed Ali Mehndi
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पुष्प वर्षा

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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा का उल्लास चरम पर है और जनपद गाजियाबाद में यह उत्सव नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के स्वागत की ऐसी मिसाल पेश की है, जो न सिर्फ गाजियाबाद बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। जिलाधिकारी दीपक मीणा और एडिशनल सीपी आलोक प्रियदर्शी ने हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा कर अनूठे अंदाज में उनका स्वागत किया।

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कावड़ यात्रा पुष्प वर्षा

कई स्थानों पर पुष्प वर्षा 

यह दृश्य तब और भी मनोहारी हो गया जब दूधेश्वरनाथ मंदिर, मेरठ तिराहा, राजनगर एक्सटेंशन चौराहा, मननधाम मंदिर, दुहाई कट, मुरादनगर गंगनहर घाट और गंगनहर पटरी मार्ग जैसे प्रमुख स्थानों पर आसमान से पुष्पों की वर्षा होने लगी। श्रद्धालु शिवभक्तों ने "हर-हर महादेव" के गगनभेदी नारों से पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया।प्रशासन की इस पहल ने न सिर्फ यात्रियों में उत्साह और ऊर्जा का संचार किया, बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी दिया कि सरकार और प्रशासन श्रद्धालुओं की सेवा और सम्मान में कितने समर्पित हैं। यह पुष्पवर्षा केवल स्वागत नहीं थी, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक भी बनी।

प्रशासनिक अमला रहा मौजूद

मेरठ मोड़ पर नगर निगम प्रशासन द्वारा भी कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की गई, जिसमें जिलाधिकारी दीपक मीणा के साथ-साथ नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक, महापौर सुनीता दयाल, जिला सूचना अधिकारी वाईपी सिंह सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।गौरतलब है कि कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। सुरक्षा, चिकित्सा, पेयजल, विश्राम स्थल और ट्रैफिक प्रबंधन जैसे विषयों पर पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा है। हर वर्ष लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेकर हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य तीर्थों से जल भरकर अपने गांवों व शहरों के शिवालयों में अर्पित करने आते हैं।

कर्तव्य सेवा श्रद्धा 

ऐसे में गाजियाबाद जैसे बड़े और व्यस्त जिले में कांवड़ यात्रा की सहजता बनाए रखना प्रशासन के लिए चुनौती होती है, जिसे इस बार जिला प्रशासन ने कर्तव्य, सेवा और श्रद्धा से जोड़कर एक उत्सव में बदल दिया।यह पुष्पवर्षा केवल पुष्पों की नहीं थी, यह श्रद्धा, समर्पण और सहयोग की वर्षा थी, जिसने हर शिवभक्त के मन को छू लिया और गाजियाबाद को कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं में एक आदर्श जनपद के रूप में स्थापित कर दिया।

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