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रामलीला का विवाद
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
कांग्रेस के जिला कोषाध्यक्ष अश्वनी त्यागी द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किया गया एक पत्र राजनीतिक चर्चाओं का विषय बन गया है। इस पत्र में आरोप लगाया गया है कि भाजपा सांसद और बड़े नेता अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। श्री त्यागी का कहना है कि भगवान श्री राम के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा रामलीला मैदान को महाभारत में तब्दील कर चुकी है। उत्सव में राजनीति को शामिल कर भाजपा के कुछ लोग महापाप कर रहे हैं।
वायरल पत्र पर बवाल
पत्र में कहा गया है कि यह उत्पीड़न इतना बढ़ गया है कि कुछ कार्यकर्ता आत्महत्या करने जैसी मांग तक कर रहे हैं। यह मामला संजयनगर से जुड़ा है, जहां रामलीला कमेटी से जुड़े लोगों ने भी असंतोष व्यक्त किया है। काफी दिनों से संजय नगर सेक्टर 23 की रामलीला उत्सव महाभारत में बदल चुका है ऐसे में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है और जमकर एक दूसरे की शिकायत भी की जा रही है इस मामले में कुछ बड़े नाम भी सामने आ रहे हैं बताया जा रहा है दोनों गुटों की ओर से कुछ बड़े नाम पहन के पीछे सारा खेल चला रहे हैं
रामलीला में महाभारत
पत्र में एक भाजपा पार्षद पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने रामलीला जैसे धार्मिक आयोजन का मखौल बनाया है। इसके अलावा रजिस्ट्रार के फैसलों पर भी सवाल उठाए गए हैं। आरोप है कि वह रोजाना बदलते निर्णय लेकर कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहे हैं।इस पत्र के सामने आने के बाद गाजियाबाद का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। कांग्रेस ने भाजपा पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा नेताओं ने इसे बेबुनियाद बताया है। विवाद बढ़ने से रामलीला आयोजन से जुड़े लोगों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला गाजियाबाद में भाजपा और कांग्रेस के बीच नए टकराव का कारण बन सकता है। वहीं स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी के लिए चुनौती साबित हो सकती है।