गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के विवादित बयान को लेकर भाजपा और राजपूत समाज जहां विरोध जता रहा है। गौरतलब है कि सुमन ने राज्यसभा में कहा था कि राणा सांगा ने ही बाबर को निमंत्रित किया था। गाजियाबादी सुविख्यात कवि कुमार विश्वास ने भी इस विवाद में कवितामयी टिप्पणी दी है। कुमार ने ट्वीट के जरिये अपने चिर-परिचित अंदाज में सपा सांसद को उनकी चूक का एहसास कराया है।
ये है विवाद
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा को गद्दार और देशद्रोही बताया था। उनके इस बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी और राजपूत समाज के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। वहीं कुछ घंटे पहले ही बीजेपी के लोनी विधायक नंदकिशोर गूर्जर ने भी विरोध प्रदर्शन कर उन पर तीखा हमला बोला था।
गाजियाबादी कुमार की एंट्री
अब इस विवाद में वर्तमान में वसुंधरा में रह रहे और पूर्व में गाजियाबाद का हिस्सा रहे पिलखुवा में पले-बढ़े कवि कुमार विश्वास की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में सपा सांसद पर कटाक्ष करते हुए नसीहत दी।
ट्वीटर पर कुमार विश्वास के व्यंग बाण
कुमार विश्वास ने लिखा कि
महाराणा सांगा” जुगनू की कुछ औलादों ने सूरज पर प्रश्न उठाए हैं,
शेरों की मादों के आगे कुछ ग्रामसिंह चिल्लाए हैं,
मेवाड-वंश कुल-कीर्तिकोष जिनके होने से दीपित है,
उन राणा सांगा के घावों पर कुछ भुनगे मँडराए हैं ।
उनसे कह दो अब देश शौर्य की मुठ्ठी खूब तानता है,
उनसे कह दो यह देश महाराणा की ज्योति जानता है,
इतिहास तुम्हारी सरकारों का बंधक नहीं रहेगा अब,
उनसे कह दो यह देश लुटेरों को अब नहीं मानता है ॥
उनसे कह दो यह देश ऋणी है ऐसे पुण्य-प्रवाहों का,
यह देश ऋणी है वीर शिवा के परम प्रतापी छावों का,
उनसे कह दो वे राजनीति का गुणा भाग घर में रक्खें,
यह देश ऋणी है महाराणा सांगा के अस्सी घावों का ॥