/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/15/Qjm9k8eJW0HXYPRZlU8G.jpg)
मानसरोवर भवन
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आध्यात्मिक सोच और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दृढ़ संकल्प के अनुरूप आज गाजियाबाद स्थित कैलाश मानसरोवर भवन से कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के पहले जत्थे को विधिवत पूजा-अर्चना के बाद भव्य विदाई दी गई। तीर्थयात्रियों की बस को मंत्रोच्चार और हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस शुभ अवसर ने संपूर्ण वातावरण को एक आध्यात्मिक उत्सव में परिवर्तित कर दिया।
दो मंत्री रहे मौजूद
इस विशेष आयोजन में उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं धार्मिक कार्य मंत्री जयबीर सिंह, केबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग, प्रख्यात संत आचार्य प्रमोद कृष्णम और भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल जैसे अनेक प्रमुख जनप्रतिनिधियों और धार्मिक हस्तियों ने भाग लिया। इनके साथ सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु, संत-महात्मा और भाजपा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।मंत्री जयबीर सिंह ने इस अवसर पर कहा, “कैलाश मानसरोवर यात्रा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन आस्था की जीवंत मिसाल है। प्रधानमंत्री मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है।”
श्रद्धालु सौभाग्यशाली
केबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने इसे आत्मिक जागरण का मार्ग बताते हुए कहा, “श्रद्धालु सौभाग्यशाली हैं जो भगवान भोलेनाथ के दिव्य सान्निध्य में प्रवेश करने जा रहे हैं। हमारे लिए यह गौरव की बात है कि हम इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बने।सांसद अतुल गर्ग ने सरकारी व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा, “यह जत्था उत्तर प्रदेश की धार्मिक प्रगति और सरकार के संगठनात्मक समर्पण का प्रतीक है।”संत आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यात्रा को आत्मा की यात्रा बताया और सभी यात्रियों को शुभकामनाएं दीं,बाबा शिव की कृपा से यह यात्रा कल्याणकारी हो,जय शिव शंकर!”भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने इसे सांस्कृतिक चेतना का पुनर्जागरण बताते हुए कहा, “यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक आत्मा के जागरण का प्रतीक है। गाजियाबाद से इस यात्रा की शुरुआत होना पूरे शहर के लिए गर्व की बात है।”
अध्यात्मिक अभियान
मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि यह भव्य आयोजन प्रधानमंत्री मोदी के "विकसित भारत" की संकल्पना और "आध्यात्मिक भारत" की भावना का सजीव उदाहरण है। यह आयोजन न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक उत्थान की दिशा में एक बड़ा कदम है। कार्यक्रम का समापन भोलेनाथ के जयघोष और यात्रियों की मंगलमय यात्रा की कामना के साथ हुआ। संपूर्ण वातावरण श्रद्धा, समर्पण और उल्लास से परिपूर्ण रहा। भगवान शिव की कृपा सभी तीर्थयात्रियों पर बनी रहे — यही सभी की मंगलकामना है।