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Religion : गुरु गोबिंद सिंह जी को नमन कर, वितरित किया प्रसाद

वेव सिटी में एक भव्य और भावनात्मक आयोजन का साक्षी बना, जब सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव के अवसर पर शहीद सिखों की स्मृति में एक विशेष अरदास का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नेशनल हाईवे 9 और ड्रीम होम के समीप वेव सिटी के

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Syed Ali Mehndi
प्रसाद वितरण

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ग़ाज़ियाबाद वाईबीएन संवाददाता

वेव सिटी में एक भव्य और भावनात्मक आयोजन का साक्षी बना, जब सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव के अवसर पर शहीद सिखों की स्मृति में एक विशेष अरदास का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नेशनल हाईवे 9 और ड्रीम होम के समीप वेव सिटी के परिसर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर न केवल सिख समुदाय के लोग बल्कि अन्य धर्मों के अनुयायियों ने भी बड़ी संख्या में भाग लेकर भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की।

यह रहे मौजूद 

कार्यक्रम की शुरुआत अखंड पाठ के समापन 'भोग' से हुई, जिसका नेतृत्व वेव सिटी कंपनी के सीईओ सी.जे. सिंह ने किया। उनके साथ कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी जैसे निर्मल सिंह, दीपक पाठक, रनदीप रंधावा, उदयराज अन्ना जी, दीपू जी, भूपेंद्र, राज जी और अरविंद जी भी उपस्थित रहे। इन सभी ने मिलकर श्रद्धा के साथ अरदास की और देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।

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प्रसाद वितरण 

गुरु गोबिंद सिंह जी के आदर्शों को समर्पित इस आयोजन में एक विशेष लंगर और प्रसाद वितरण भी किया गया, जिसमें मीठे शरबत और हलवे का प्रसाद वितरित किया गया। सैकड़ों की संख्या में स्थानीय निवासी और श्रद्धालु इस पावन अवसर पर उपस्थित रहे और सभी ने एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण किया।

गुरु साहब मानवता के मार्गदर्शक

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सीईओ श्री सी.जे. सिंह ने इस मौके पर कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी केवल सिखों के ही नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता के मार्गदर्शक हैं। उन्होंने धर्म, समानता, निडरता और सभी धर्मों के सम्मान का जो संदेश दिया, वह आज के समय में और भी अधिक प्रासंगिक हो गया है। उन्होंने कहा कि वेव सिटी हमेशा से सामाजिक और धार्मिक समरसता को प्राथमिकता देता आया है और भविष्य में भी ऐसे आयोजन करता रहेगा, जो समाज को जोड़ने का कार्य करें।

धार्मिक एकता आवश्यक

इस आयोजन ने न केवल धार्मिक श्रद्धा को प्रकट किया बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का भी अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। जब अलग-अलग पृष्ठभूमियों से आए लोग एक साथ अरदास में शामिल हुए, तो एक सकारात्मक संदेश पूरे क्षेत्र में फैल गया – कि हम सब एक हैं और हमारे संस्कार हमें जोड़ते हैं।

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