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Ghaziabad: आरडब्ल्यूए चुनाव को लेकर सोसाइटी में बवाल! मारपीट, चेन लूट और गाड़ी तोड़ने का केस दर्ज

Ghaziabad: आरोपियों पर सोने की चेन लूटने, कार के शीशे तोड़ने और जानलेवा हमला करने का आरोप है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने पहले शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे उन्हें कोर्ट का सहारा लेना पड़ा।

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Deepak Sharma
Ghaziabad: आरडब्ल्यूए चुनाव को लेकर सोसाइटी में बवाल! मारपीट, चेन लूट और गाड़ी तोड़ने का केस दर्ज
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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। राजनगर एक्सटेंशन स्थित सेवी विला डे सोसाइटी में आरडब्ल्यूए चुनाव के सिलसिले में 26 मई 2024 को एक मीटिंग का आयोजन किया गया था। इस दौरान हिंसा की बड़ी घटना सामने आई। सोसाइटी निवासी सुनील त्यागी ने कोर्ट के आदेश पर पांच लोगों के खिलाफ नंदग्राम थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

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मीटिंग में मारपीट का आरोप

सुनील त्यागी के अनुसार, सुबह करीब 10:30 बजे मीटिंग हॉल में 50-60 लोग मौजूद थे। उसी दौरान संजय शाह, विनोद मुद्गल, निखिल सिंह और विकास ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। जब उनके दोस्त उन्हें बचाने आए तो हमलावरों ने उन्हें भी नहीं छोड़ा।

चेन लूट और गंभीर चोटें

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पीड़ित ने आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान उनके गले से सोने की चेन लूट ली गई। उनके साथी गौरव के सिर में गहरी चोट आई और अभिषेक मलिक का हाथ टूट गया। हमले के बाद वे जान बचाकर बाहर निकले तो आरोपियों ने उनकी कार के शीशे भी तोड़ दिए।

इलाज के बाद पुलिस में दी शिकायत, नहीं हुई कार्रवाई

घायल सुनील त्यागी और उनके दोस्तों ने अस्पताल में उपचार कराया और फिर नंदग्राम थाने में शिकायत दी। लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे उन्हें कोर्ट का रुख करना पड़ा।

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कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ केस

कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद नंदग्राम थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि कोर्ट के निर्देश पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

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पीड़ित पक्ष ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर समय पर कार्रवाई होती, तो उन्हें न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

अब जांच पर टिकी नजरें

फिलहाल पुलिस जांच कर रही है और पीड़ितों को न्याय की उम्मीद है। देखना यह है कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या दोषियों पर कार्रवाई होती है या नहीं।

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