गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।
टैक्स की बढ़ोतरी के नगर निगम के इस फैसले पर यूं तो शुरुआत से ही विरोध होता रहा है। मगर, अब जनप्रतिनिधियों ने भी इस पर एतराज खुलकर जताना शुरू कर दिया है। शहर विधायक संजीव शर्मा ने कहा कि निगम अफसरों को इस फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए और पुनर्विचार करके टैक्स में जनहित को ध्यान रखते हुए थोड़ी बढ़ोतरी करनी चाहिए। उन्होंने आरडब्लूए के फैसले पर कहा कि निगम के अफसरों को लोगों की दिक्कतों पर ध्यान देना चाहिए।
पहले भी विरोध कर चुके हैं संजीव
गौरतलब है कि बीजेपी के महानगर अध्यक्ष रहते वक्त भी संजीव शर्मा ने निगम अफसरों के टैक्स वसूली के प्रस्ताव का विरोध किया था। उनके हस्तक्षेप के बाद ही बीजेपी के तमाम पार्षदों ने भी इस फैसले के खिलाफ विपक्षी पार्षदों के साथ आपत्ति जताते हुए बोर्ड बैठक में इसे खारिज कर दिया था। लेकिन बाद में शासन स्तर पर टैक्स वसूली के आदेश कराकर निगम अफसरों ने इस प्रस्ताव को न सिर्फ लागू कराया बल्कि लोगों के पास बढ़े चार गुना टैक्स के हिसाब से बिल भी भेजने शुरू कर दिए। बिल मिलने के बाद से ही इसका दोबारा विरोध शुरू हो गया है।
पूर्व बीजेपी पार्षद भी हैं फैसले से नाराज
निगम के इस फैसले से बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बीजेपी के पूर्व पार्षद राजेंद्र त्यागी भी खासे नाराज हैं। उन्होंने पहले भी जहां इश फैसले का विरोध जताया है। बल्कि शनिवार को हुई आरडबल्यू की जूम बैठक में भी राजेंद्र त्यागी शामिल हुए और उनकी मौजूदगी में ही तीन चरणों में फैसले का विरोध करने की रणनीति तैयार की गई है।