गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। गाजियाबाद नगर निगम मुख्यालय में आयोजित 'संभव' जनसुनवाई में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान किया गया। जनसुनवाई के दौरान प्राप्त 22 जनशिकायतों पर मौके से ही संबंधित अधिकारियों को बुलाकर आमने-सामने बैठाकर समाधान प्रक्रिया को गति दी गई। नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त ने कई मामलों में स्वयं फोन के माध्यम से अधिकारियों को निर्देश दिए और एक घंटे के भीतर कार्रवाई कराई।
इंदिरापुरम में जल कनेक्शन में देरी पर तुरंत कार्रवाई
जलकल विभाग के अवर अभियंता शीश मणि यादव से संबंधित एक मामले में इंदिरापुरम क्षेत्र में जल कनेक्शन में हो रही देरी की शिकायत आई थी। नगर आयुक्त ने फोन पर ही एक घंटे में कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की, जिससे शिकायतकर्ता ने नगर निगम की तत्परता पर संतोष जताते हुए धन्यवाद दिया।
हाउस टैक्स की गड़बड़ी सही पिन के साथ हुई दूर
एक अन्य मामले में वार्ड संख्या 50, राज नगर एक्सटेंशन से प्राप्त शिकायत में हाउस टैक्स अधिक दिखने की बात सामने आई। जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता ने संपत्ति पिन 705077 की जगह गलती से 105077 दर्ज करा दिया था, जिससे गलत टैक्स जनरेट हो रहा था। नगर आयुक्त ने सिटी ज़ोन की टीम को मौके पर बुलाकर जांच कराई और तुरंत सही पिन अपडेट करवाया। सही जानकारी दर्ज होते ही टैक्स की समस्या सुलझ गई और शिकायतकर्ता आभा गुप्ता ने नगर निगम का आभार व्यक्त किया।
नगर आयुक्त ने दी अपील: “सही जानकारी दें, समस्याओं से बचें”
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने इस अवसर पर सभी नागरिकों से अपील की कि वे हाउस टैक्स या अन्य नगर निगम सेवाओं से जुड़ी जानकारी दर्ज कराते समय विशेष सावधानी बरतें ताकि गलत जानकारी के कारण किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि निगम हमेशा समाधान के लिए तत्पर है, लेकिन नागरिकों का सहयोग भी उतना ही आवश्यक है।
22 संदर्भों में से सभी पर हुई कार्रवाई
‘संभव’ जनसुनवाई में कुल 22 संदर्भ प्राप्त हुए, जिनमें निर्माण विभाग से 7, जलकल विभाग से 6, स्वास्थ्य विभाग से 2, अवैध अतिक्रमण से संबंधित 3, डुडा, उद्यान, प्रकाश एवं टैक्स विभाग से एक-एक संदर्भ शामिल थे। नगर आयुक्त ने 3 मामलों में सीधे संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर तत्काल कार्रवाई कराई। सभी शिकायतों पर समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
सभी विभागीय अधिकारी रहे मौजूद
जनसुनवाई के दौरान नगर निगम के सभी विभागों के अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे, जिससे शिकायतों का समाधान शीघ्रता से किया जा सका। यह जनसुनवाई नागरिकों और प्रशासन के बीच एक सकारात्मक संवाद का सशक्त उदाहरण बनी, जिसमें पारदर्शिता और जवाबदेही को प्राथमिकता दी गई।